खतरे में तीन अरब से ज्यादा का धान
मार्कफेड ने इस साल साढ़े 79 लाख क्विंटल धान की खरीदी की है। धान की बोरियों को संग्रहण केंद्र जांजगीर के किसान राइस मिल, मुनुंद रोड स्थित मनोहर भांठा, सक्ती, अकलतरा और डभरा में रखा गया है। इन सभी संग्रहण केंद्र में सोमवार शाम 61 लाख क्विंटल धान संग्रहण कर लिया गया था।किसानों की बढ़ी चिंता
आफत की बारिश ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। रबी फसल में लगे तिवरा, अलसी, अरहर एवं अन्य फसल में इल्ली बढऩे के खतरे से किसान चिंतित दिखाई दिए। किसानों को गेहूं और धान के फसल में कीट प्रकोप का डर सता रहा है। इन दिनों जिले भर में पचास हजार हेक्टेयर कृषि भूमि में तिवरा अलसी सहित विभिन्न किस्म की फसल लहलहा रही है। इसके अलावा अरहर की फसल भी फल लगी है। कृषि विभाग के अधिकारियों का कहना है कि एक-दो दिन की बारिश से कुछ खास प्रभाव नहीं पड़ेगा। आने वाले समय में बारिश नहीं थमने पर फसल को नुकसान हो सकता है।
इसलिए हुई बारिश
मौसम विभाग के अनुसार उत्तरी पाकिस्तान व इससे सटे अफगास्तिान के पास ऊपरी हवा का चक्रवात घेरा बना हुआ है। जिसके कारण हरियाणा के ऊपर चक्रिय चक्रवाती चक्र बना हुआ है। इसके कारण पिछले दो दिनों से झमाझम बारिश के साथ कई जगह ओले गिरे। मंगलवार से बादल छंटने लगेंगे।