हुई थी लव मैरिज
मिली जानकारी के अनुसार करौवाडीह जैजैपुर निवासी सनी जोशी से प्यार होने के बार 2011 में रानू धु्रर्वे ने शादी कर ली। इसके बाद दोनों जांजगीर आ गए थे। हंसी खुशी जिंदगी चल रही थी। लेकिन आज्ञात कारणों के चलते महिला आरक्षक रानू धु्रर्वे ने फांसी कर ली। उनका एक 6 साल और एक डेढ़ साल का बेटा है। परिवार सारागांव में ही किराए के मकान में रहता है। सनी की मां और पिता भी यहीं रहते थे। कुछ दिन पहले ही वे लोग करौवाडीह वापस गए हैं।
पति घर पहुंचा तो..
बताया जा रहा है कि महिला आरक्षक रानू धुर्वे ड्यूटी पर थीं। दोपहर 12 बजे के आसपास रानू के पास किसी का फोन आया तो वह थाने से घर आ गईं। इसके बाद वापस नहीं लौटीं। वहीं, पति सनी की ड्यूटी सुबह 6 बजे से दोपहर 2 बजे तक थी। जब वह अपने घर पहुंचा तो यहां रानू की लाश फांसी के फंदे पर लटकी मिली। बीवी की मौत देखकर पति के पैरो तले जमीन ही खिसक गई। आरक्षक ने इसकी सूचना एएसपी मधुलिका सिंह सारागांव को दी। एएसपी ने मृतक की मां से फोन पर भी बात कर घटना की जानकारी दी तथा प्रारंभिक पूछताछ की। कारणों का पता नहीं चला है।
सामने आई ऐसी बात
प्रारंभिक जानकारी में ये बात सामने आई है कि आरक्षक रानू ने एक माह की छुट्टी लेकर अपने बच्चों के साथ थी। इस दौरान अपने परिचितों के साथ घूमने मनाली गई थी। वहां से लौटने के बाद पति और पत्नी के बीच विवाद शुरू हो गया। वहीं, स्टाफ लोगों में ये चर्चा है कि आरक्षक रानू अपने घर की परेशानियों को लोगों से चर्चा की है। फिलहाल पुलिस ने अभी तक कुछ भी स्पष्ट नहीं किया है।