अगर यही रफ्तार रही तो अगस्त में ही आंकड़ा 1000 के पार हो सकता है, जबकि पिछले महीने जुलाई के 31 दिन में ही 220 मरीज मिले थे। जिले में कुल कोरोना मरीजों की संख्या 494 हो गई है।
जिले में औसत हर रोज 10 मरीज मिल रहे हैं, जो जिले के लिए डराने वाली स्थिति है। बावजूद जिले के लोग अभी भी इसे मजाक में ही ले रहे हैं। जिले के बैंक, पोस्ट ऑफिस, चॉइस सेंटर व कई दुकानों में लोगों की लंबी लाइनें बिना मास्क व सोशल डिस्टेंस का पालन किए लग रही हैं।
जिले में लगातार कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। थमने का नाम ही नहीं ले रही है। पहले से स्थिति और भयावह हो गई है। हर दूसरे दिन बड़ी मात्रा में कोरोना के मरीज मिल रहे हैं। अगस्त में तो हर रोज औसत दर से भी ज्यादा मरीज मिल रहे हैं।
जिले में कोरोना की शुरुआत की बात करें तो लॉकडाउन के दौरान अप्रैल माह में एक भी कोरोना मरीज नहीं मिला था। 15 मई को एक साथ 6 कोरोना मरीज बम्हनीडीह क्वारंटाइन सेंटर में मिले। इसके बाद आंकड़ा बढ़ता गया।
जून के अंतिम सप्ताह में आंकड़ा फिर कम हो गया। 218 कोरोना मरीजों में 202 मरीज कोरोना से जंग जीतकर लौट चुके थे। मात्र 16 एक्टिव केस था। इसके बाद भी कोरोना ने थमने का नाम नहीं लिया। रफ्तार और तेजी बढ़ते हुए जुलाई तक 454 पर पहुंच गया।
जुलाई महीने में 220 कोरोना मरीज केवल 31 दिन में ही मिले। इसके बाद अगस्त महीना आ गया। चार अगस्त तक जिले में कुल कोरोना मरीजों की संख्या 494 पर जा पहुंची। अगस्त महीने में चार दिन में 40 मरीज मिल चुके हैं, जो जिले के लिए बहुत डराने वाला आंकड़ा है।
जिले में लगातार 10 से ज्यादा मरीज मिल रहे हैं। यदि संक्रमण की दर ऐसी ही रहती है तो अगस्त महीने के अंत तक कोरोना मरीजों की संख्या 1000 के पार पहुंचने की आशंका बनी हुई है, क्योंकि जून महीने तक 218 मरीजों का आंकड़ा जुलाई में 454 पर पहुंच गया।