खनिज विभाग की ताबड़तोड़ कार्रवाई, 48 घंटे में अवैध परिवहन के पकड़े 22 वाहन

Mineral department : दिन रात पसीना बहाकर टारगेट पूरा करने का चक्कर, एक माह में करनी होगी विभाग को 20 करोड़ की वसूली

<p>खनिज विभाग की ताबड़तोड़ कार्रवाई, 48 घंटे में अवैध परिवहन के पकड़े 22 वाहन</p>
जांजगीर-चांपा. खनिज विभाग अपने वित्तीय वर्ष में 58 करोड़ का टारगेट पूरा करने दिन रात मेहनत कर रही है। खनिज अफसरों को एक ओर टारगेट पूरा करने की चिंता सता रही है तो वहीं दूसरी ओर खनिज माफियाओं को खनिज विभाग के अफसरों का खौफ नहीं है। यही वजह है कि 48 घंटे के भीतर विभाग ने ऐसे 22 वाहनों को जब्त कर खनिज अधिनियम के तहत कार्रवाई कर रही है। खनिज विभाग की इस कार्रवाई से माफियाओं में हड़कंप मच गया है।
मौजूदा वित्तीय वर्ष में 11 माह में मात्र 36 करोड़ की राजस्व वसूली हो पाई है। शेष बचे 30 दिनों में विभाग को 20 करोड़ का लक्ष्य पूरा करना होगा। यानी हर रोज तकरीबन 50 लाख रुपए की राजस्व वसूली करनी होगी। लक्ष्य को देखते हुए खनिज विभाग के अफसर सड़क पर आ गए हैं और रेत गिट्टी से भरे वाहनों को पकड़कर ताबड़तोड़ कार्रवाई की जा रही है।
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गुरुवार व शुक्रवार को एक ही दिन विभागीय अफसरों ने अभियान छेड़ते हुए रेत गिट्टी के 22 वाहनों को पकड़ लिया और इनसे तकरीबन एक से डेढ़ लाख रुपए की वसूली की जाएगी। इसके लिए गुरुवार व शुक्रवार को खनिज अफसरों ने अपने अभियान को तेज करते हुए बड़ी कार्रवाई की। इसके लिए प्रत्येक चौक-चौराहों व खनिज प्वाइंटों में नगर सैनिकों को लगा दिया गया था।
नगर सैनिकों द्वारा विभागीय अफसरों के मार्गदर्शन में प्रत्येक वाहनों के खनिज रायल्टी की मांग की जा रही थी। जिनके पास रायल्टी पर्ची नहीं था ऐसे वाहनों को कलेक्टोरेट में खड़ी की जा रही थी। शुक्रवार को तकरीबन एक दर्जन ट्रैक्टर व हाइवा को अपने कब्जे में लिया है। ऐसे वाहनों में रेत, गिट्टी, ईंट सहित अन्य सामान लोड थे। इन वाहनों के मालिकों को कलेक्टोरेट तलब किया गया है। रेत से भरे ट्रैक्टर से पांच से छह हजार तो हाइवा वाहनों से 25 से 30 हजार रुपए का जुर्माना लगना तय माना जा रहा है।

अफसरों के माथे पर पसीना
राजस्व वसूली का सबसे बड़े आए का जरिया खनिज विभाग होता है। गौड़ खनिज के माध्यम से सरकार को सालाना टारगेट दिया जाता है। रेत, गिट्टी, चूना पत्थर सहित अन्य खनिज संपदा के माध्यम से विभाग को मौजूदा वित्तीय वर्ष में 58 करोड़ 10 लाख रुपए का राजस्व वसूली करना है। टारगेट का पीछा करते हुए विभाग ने 11 माह आराम फरमाती रही। वहीं जब प्यास लगे तो कुआं खोदने वाली कहावतों की तर्ज पर कार्रवाई के लिए सड़क पर उतर गई है। 11 महीने में केवल 36 करोड़ ही राजस्व की वसूली कर पाई है। अभी भी विभाग को साल के बचे 31 दिनों में तकरीबन 20 करोड़ का टारगेट पूरा करना है।

अवैध रेत घाटों पर कार्रवाई नहीं
सूत्रों का कहना है कि जिले में अभी भी अवैध तरीके से रेत घाट संचालित है। जिस पर विभाग की नजर नहीं पड़ रही है। विभागीय अधिकारी यदि ऐसे रेत घाट संचालकों के खिलाफ कार्रवाई करे तो निश्चित ही बड़ी राजस्व की प्राप्ति हो सकती है। बताया जा रहा है कि हसदेव नदी के गाड़ापाली, भादा सहित कई रेत घाट अवैध तरीके से संचालित हो रहे हैं। जहां से बड़ी तादाद में रेत का परिहन हो रहा है। जिससे शासन को राजस्व का नुकसान उठाना पड़ रहा है।

-सालाना राजस्व वसूली का लक्ष्य पीछा करते हुए विभाग अवैध परिवहनकर्ताओं के खिलाफ बड़ी कार्रवाई कर रही है। गुरुवार व शुक्रवार को तकरीबन 22 वाहन पकड़े हैं। ऐसे वाहनों से राजस्व की वसूली की जा रही है। एनके सूर, जिला खनिज अधिकारी
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