गुप्त सूचना मिलने के बाद सेना के जवानों ने शोपियां के यारवान इलाके में तलाशी अभियान चलाया। घने जंगलों में आतंकियों ने अपने खुफिया ऐशगाह बना रखे थे। गहरे गड्ढे खोद कर इन ठिकानों को बनाया गया था। इन गड्ढों के मुंह को लकड़ी और पॉलिथिन पर मिट्टी डालकर ढका गया था जिससे इन पर किसी की नजर नहीं पड़े। लेकिन तलाशी अभियान में जुटे बाज सी नजर रखने वाले जवानों ने इन्हें देख लिया।
खुफिया डायरी लगी हाथ…
इन ठिकानों में जवानों को गैस सिलेंडर, कईं महीनों का राशन अन्य जरुतर की सामग्रियां बरामद हुई। यहां कोई आतंकी नहीं मिला। लेकिन सेना के हाथ एक खुफिया डायरी लगी है। इसमें कईं लोगों के नाम लिखे हुए हैं। आशंका जताई जा रही है कि यह आतंकियों या उन्हें पनाह देने वालों के नाम है।
एक दिन में कईं एनकाउंटर…
इधर सोपोर के हरदशिवा गांव में सुरक्षाबलों के जवानों ने दो आतंकियों को ढेर कर दिया। सेना, सीआरपीएफ और स्थानीय पुलिस ने इस अभियान को अंजाम दिया। गुप्त सूचना मिलने के बाद सर्च अभियान चलाया गया था। इसके बाद मुठभेड़ शुरू हुई। आतंकियों से हथियार भी बरामद किए गए हैं। इसी बीच पुलवामा जिले के अवंतिपोरा में भी मुठभेड़ शुरू हो गई है। यहां के त्राल क्षेत्र में चेवा उलार में सुरक्षाबलों के जवान आतंकियों से लोहा ले रहे हैं। इस मुठभेड़ के बारे में अधिक जानकारी की प्रतीक्षा है।
आतंकियों का काल बनकर आया 2020…
जम्मू—कश्मीर से आतंक का सफाया करने के लिए सुरक्षाबलों ने इस साल बड़ी संख्या में अभियान चलाए हैं। कह सकते है कि 2020 आतंकियों के लिए काल बनकर आया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार 2020 में अब तक 127 आतंकियों का खात्मा किया जा चुका है। अकेले जून में ही अब तक 41 आतंकी ढेर किए जा चुके हैं।