राजस्थान में हृदयविदारक हादसा: बिजली के तारों की चपेट में आने से बस में लगी आग, 6 यात्री जिंदा जले

जालोर से करीब 10 किमी दूरी पर स्थित महेशपुरा गांव में एक हृदयविदारक हादसे में मांडोली से ब्यावर की तरफ जा रहे यात्रियों की बस में आग लग गई।

<p>मांडोली से ब्यावर लौट रहा था संघ&#8230;<br /> &#8211; जालोर के निकट महेशपुरा में हृदय विदारक हादसे से झकझौरा</p>

जालोर। जालोर से करीब 10 किमी दूरी पर स्थित महेशपुरा गांव में एक हृदयविदारक हादसे में मांडोली से ब्यावर की तरफ जा रहे यात्रियों की बस में आग लग गई। आग का कारण बस का बिजली के तारों की चपेट में आना बताया जा रहा है। इस हादसे में 6 लोगों की मौत करंट के दौरान झुलसने से हुई है। हादसे में 20 से अधिक घायल भी हुए हैं।

पुलिस के अनुसार यह जत्था दो बसों में सवार होकर जा रहा था। इस दौरान चालक रास्ता भटक गया और बसें महेशपुरा की तरफ पहुंच गई। बसों ने गांव में प्रवेश कर लिया और जब बस चालक को जानकारी मिली कि वह गलत रास्ते पर है तो पुन: मुख्य मार्ग की ओर लौट रहे थे। इस दौरान बिजली के तारों की कम ऊचाई देखते हुए कंडक्टर बस की छत पर चढ़ा, लेकिन उसके बाद भी बस बिजली के तारोंं की चपेट में आ गई और बस में करंट प्रवाहित होने लगा और बस में आग लग गई।

प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो इस हादसे में कंडक्टर बस की छत पर ही पूरी तरह से झुलस गया और आग ने विकराल रूप ले लिया। जिसके बाद बस के अंदर मौजूद यात्री भी इसकी चपेट में आ गए। दो बसों में सवार जैन समुदाय के लोग नाकोड़ाजी और मांडोली नगर की यात्रा करने के बाद जालोर की जैन बोर्डिंग के पास शाम को रुके।

यहां चाय नाश्ता करने के बाद गंतव्य स्थानों के लिए रवाना हुए, लेकिन इस दौरान आहोर चौराहे पर नेविगेशन गलत दिशा में होने पर ये लोग महेशपुरा की तरफ पहुंच गए और यहां पर बिजली के तार की चपेट में आने से यह गंभीर हादसा हुआ। हादसे की भयावहता का अंदेशा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कंडक्टर बस की छत पर पूरी तरह से झुलस गया। समाचार लिखे जाने तक कुल 6 की मौत हो गई थी। जबकि घटनाक्रम की स्थिति को देखते हुए मृतकों की संख्या में बढ़ोतरी संभव है।

छह की मौत की पुष्टि
सीआई लक्ष्मणसिंह ने बताया कि इस हादसे में मृतक सुरमी पत्नी अंकित जैन ब्यावर, सोनल जैन पत्नी अनिल जैन निवासी ब्यावर, चार देवी पत्नी गजराजसिंह जैन निवासी ब्यावर, राजेंद्र जैन पुत्र दौल चंद जैन निवासी अजमेर, धर्मचंद जैन बस चालक और बस खलासी की मौत हुई है।

पुलिस प्रशासन पहुंचा मौके पर
अचानक घटित हुआ यह हादसा अप्रत्याशित ही रहा। हर कोई इस सूचना के बाद सजग हुआ। मौके पर 108 एंबुलेंस प्राइवेंट गाड़िया और अन्य वाहन मौके पर पहुंचे। इधर, आग बुझाने के लिए छोटी फायरब्रिगेड भी मौके पर पहुंची। लेकिन इस आग के हवाले पूरी बस हो गई और बहु से लोग इसकी चपेट में आ गए। सूचना पर बड़ी संख्या में बाहरी जैन समुदाय के लोग भी जालोर पहुंचे और गंभीर घायलों को यहां से रेफर किया गया। घायलों में महिलाओं की संख्या भी अधिक रही।

108 एंबुलेंस बनी जीवनदायनी
इस गंभीर हादसे में 108 एंबुलेंस के कार्मिकों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जिला प्रभारी मनीष भाटी के नेतृत्व में एबुलेंस टीम ने सक्रिय रूप से कार्य किया। पायलट कैलाश कुमार और ईएमटी नवीन सोलंकी मौके पर पहुंचे और घायलों को अस्पताल तक पहुंचाया। जिला प्रभारी मनीष भाटी ने यहां से घायलों को जोधपुत तक पहुंचाने के लिए प्रबंधन किया।

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