खरीदार बन सात दिन एसओजी करती रही चेट, 35 हजार देकर 1 लाख पर सहमति बनी, 24 हजार 200 रुपए के नकली नोट बरामद

नकली नोट के गिरोह की सूचना पर एसओजी जोधपुर टीम ने बुधवार शाम को सांचौर में कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। टीम ने फिल्मी अंदाज में यह कार्रवाई की, ताकि आरोपी को किसी तरह की भनक तक नहीं लगे।

<p>नकली नोट के गिरोह की सूचना पर एसओजी जोधपुर टीम ने बुधवार शाम को सांचौर में कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। टीम ने फिल्मी अंदाज में यह कार्रवाई की, ताकि आरोपी को किसी तरह की भनक तक नहीं लगे।</p>
जालोर। नकली नोट के गिरोह की सूचना पर एसओजी जोधपुर टीम ने बुधवार शाम को सांचौर में कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। टीम ने फिल्मी अंदाज में यह कार्रवाई की, ताकि आरोपी को किसी तरह की भनक तक नहीं लगे। नकली नोट के इस प्रकरण में करीब सप्ताहभर पूर्व एसओजी सीआई ने चेट की, जिस पर 35 हजार के असली नोट के बदले 1 लाख रुपए के नकली नोट देने पर आरोपी मोहनलाल पुत्र सुरेंद्र कुमार विश्नोई निवासी परावा थाना चितलवाना सहमत हुआ। जिसके बाद टीम सांचौर पहुंची। बातचीत के आधार आरोपी को सहज करने के बाद 35 हजार रुपए के असली नोट उसे दिए गए। लेकिन इस दौरान आरोपी ने स्वयं के पास मात्र 24 हजार 200 रुपए के नकली नोट होने की बात कही तो टीम ने आरोपी के भागने की संभावना पर मौके से ही दबोच लिया। कार्रवाई के दौरान सीआई जबरसिंह, हंजारीराम, मनहित सिंह, धर्मेंद्र कुमार मौजूद रहे।
प्राइवेट गाड़ी लेकर पहुंची टीम
आरोपी को किसी तरह का शक नहीं हो इसके लिए एसओजी टीम प्राइवेट गाड़ी लेकर सांचौर पहुंची। जिसके बाद आरोपी एसओजी टीम के साथ गाड़ी में ही सौदा तय करने लगा। तय कार्यक्रम के अनुसार नकली नोट बरामद करने के साथ आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया।
ये नोट बरामद
मौके से आरोपी के पास से 8 नकली नोट 2000 हजार रुपए के मिले, जबकि शेष नकली नोट 100 रुपए के मिले है। एसओजी नकली नोट बनाने वाले रैकेट और इससे जुड़े अन्य आरोपियों के शामिल होने के पहलू को भी खंगाल रही है।
ये दो बिंदु, जिस पर टीम की नजर
एसओजी का मानना है कि आरोपी का जुड़ाव नकली नोट गिरोह से हो सकता है और इससे कई और भी लोग जुड़े हो सकते हैं। ऐसे में पहले स्तर पर जांच का विषय यह भी है कि कितने नकली नोट आरोपी ने लोगों के मार्फत खपाये हैं। दूसरा तथ्य यह भी हो सकता है कि आरोपी या इससे जुड़े अन्य आरोपी स्थानीय स्तर पर ही नकली नोट तैयार कर रहे हैं। स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय संबंध के पहलू को ध्यान में रखकर भी जांच की जा रही है। गौरतलब है जालोर जिले में नकली नोट का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले पाली जिले की टीम ने चार साल पूर्व जालोर के सरावास के निकट एक कॉम्प्लेक्स में भी कार्रवाई की थी, जिसमें नकली नोट गिरोह के सक्रिय होने की जानकारी मिली थी। इसी तरह सालभर पूर्व जालोर दुर्ग स्थित एक धार्मिक स्थल से भी नकली नोट बरामद हुए थे।
घर पर भी ली तलाशी
नकली नोट प्रकरण में आरोपी की गिरफ्तारी के बाद टीम आरोपी के घर पर पहुंची। यहां पर तलाशी ली गई। इधर, नोडल थाना क्षेत्र भीनमाल में एसओजी ने इस संबंध में प्रकरण दर्ज करवाया है।
इनका कहना
मुखबिर से सूचना के बाद तय कार्यक्रम के अनुसार यह कार्रवाई की गई है। 24 हजार 200 रुपए के नकली नोट बरामद हुए है। आरोपी से इस प्रकरण के संबंध में पूछताछ के आधार पर अग्रिम कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
– जबरसिंह, सीआई, एसओजी
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