सफाईकर्मियों का कार्य बहिष्कार जारी, जमीन आवंटन के लिए नगरपरिषद को बुलानी पड़ी बैठक

नगरपरिषद में कार्यरत सफाई कार्मिकों की ओर से गत 15 मार्च से स्वेच्छा से प्रात:कालीन ड्यूटी पर उपस्थित होकर हाजरी भरवाने के बाद कार्य बहिष्कार किया जा रहा है। इसको लेकर गुरुवार को भी कार्मिकों ने संगठन अध्यक्ष सायर सोलंकी के नेतृत्व में नगरपरिषद के बाहर धरना प्रदर्शन कर कार्य बहिष्कार जारी रखा गया

<p>जालोर. मांगों को लेकर गुरुवार को भी नगरपरिषद के बाहर कार्य बहिष्कार करते सफाईकर्मी।</p>
जालोर. नगरपरिषद में कार्यरत सफाई कार्मिकों की ओर से गत 15 मार्च से स्वेच्छा से प्रात:कालीन ड्यूटी पर उपस्थित होकर हाजरी भरवाने के बाद कार्य बहिष्कार किया जा रहा है। इसको लेकर गुरुवार को भी कार्मिकों ने संगठन अध्यक्ष सायर सोलंकी के नेतृत्व में नगरपरिषद के बाहर धरना प्रदर्शन कर कार्य बहिष्कार जारी रखा गया। कार्मिकों की मांगों को लेकर एसडीएम चंपालाल जीनगर, नगरपरिषद सभापति गोविंद टांक व आयुक्त महिपालसिंह समेत पार्षदों ने बार-बार वार्ता कर कर्मचारियों को कार्य पर लौटने के लिए कहा, लेकिन कार्मिक अभी भी मांगों पर अड़े हुए हैं। उनकी बताई गई मांगों के संबंध में बुधवार को एक बार फिर सभापति टांक व बोर्ड के निर्वाचित पार्षदों ने कर्मचारी संगठन से वार्ता की। जिसके बाद उनकी मांगों पर सकारात्मक रूख अपनाते हुए करीब-करीब सभी मांगों को मान लिया गया, लेकिन वाल्मीकि समाज को भूमि आवंटन की मांग को लेकर वार्ता विफल रही। ऐसे में गुरुवार को फिर से एसडीएम जीनगर व निर्वाचित पार्षदों ने वाल्मीकी समाज को भूमि आवंटन के संबंध में पूर्व में हुई वार्ता के तहत भूमि आवंटन के प्रस्ताव के लिए नगरपरिषद मण्डल की आवश्यक बैठक 22 मार्च को रखने के लिए बोर्ड बैठक का एजेण्डा जारी किया गया। वहीं इसकी प्रति भी कर्मचारी संगठन को देकर हड़ताल समाप्त करने की बात कही। इसके बावजूद परिषद के सफाई कर्मचारी इस बात पर अड़े हुए हैं कि उन्हें मांगी गई वांछित जमीन पर आज ही कब्जा सुपुर्द करने की लिखित में सहमति दी जाए। जबकि अधिकारियों व जनप्रधिनिधियों का कहना है कि ऐसा नियमानुसार नहीं किया जा सकता। इस बारे में उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया। इधर, सफाई कर्मियों के कार्य बहिष्कार के चलते शहर में जगह-जगह कचरे के ढेर लग रहे हैं। जिससे आमजन को भी काफी परेशान होना पड़ रहा है।
इधर, आयुक्त ने जारी की आम सूचना
नगरपरिषद के सफाई सेवकों, जमादार, वाहन चालक, क्लीनर के गत 15 मार्च से शहर की सफाई व्यवस्था का बहिष्कार करते हुए मांगों को लेकर हड़ताल पर जाने से गड़बड़ाई शहर की सफाई व्यवस्था को लेकर कार्मिकों को हड़ताल समाप्त करने के निर्देश दिए हैं। आयुक्त ने आम सूचना जारी कर बताया कि नगरपरिषद प्रशासन, निर्वाचित पार्षदों व एसडीएम के संयुक्त प्रयासों से वार्ता कर 17 व 18 मार्च को कई बार प्रयास किए गए। जिसमें उनकी मांगों पर सहमति के बाद भी हठधर्मिता रखते हुए सफाई कार्य का बहिष्कार कर हड़ताल को जारी रखा जा रहा है। वहीं समाज की भूमि के आवंटन के लिए आज ही पट्टा आवंटन की मांग की जा रही है जो गैरवाजिबी है। शहर की सफाई व्यवस्था बंद हो जाने से शहर में जगह-जगह कचरे के ढेर लग गए हैं। जिससे आम जन को काफी परेशानी हो रही है। राजकीय सेवक होने के बावजूद राजकीय आदेशों की पालना नहीं करना व स्वेच्छा से ड्यूटी पर उपस्थित नहीं होना अनुशासनहीनता को दर्शाता है। साथ ही यह राजस्थान सेवा नियमों के विपरीत है। ऐसे में आम सूचना के जरिए सूचित किया जाता है कि आज ही हड़ताल समाप्त कर अपनी-अपनी ड्यूटी पर उपस्थित होना सुनिश्चित करें। अन्यथा संबंधित कार्मिकों के विरूद्ध नियमानुसार कार्यवाही कर सरकार को अवगत करवाया जाएगा।
Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.