कोरोना वायरस का खौफ, जालोर की आधी जेल जैसलमेर शिफ्ट

कोरोना वायरस से आमजन में ही नहीं पुलिस प्रशासन तक में खौफ पैदा हो चुका है। इस बीच इन महकमों में भी बचाव के लिए जरुरी कदम उठाए जा रहे हैं।

<p>कोरोना वायरस से आमजन में ही नहीं पुलिस प्रशासन तक में खौफ पैदा हो चुका है। इस बीच इन महकमों में भी बचाव के लिए जरुरी कदम उठाए जा रहे हैं।</p>
जालोर। कोरोना वायरस से आमजन में ही नहीं पुलिस प्रशासन तक में खौफ पैदा हो चुका है। इस बीच इन महकमों में भी बचाव के लिए जरुरी कदम उठाए जा रहे हैं। इसी कड़ी में जालोर जिला कारागार से शुक्रवार को 50 बंदियों को जैसलमेर कारागार शिफ्ट कर दिया गया है। यह मुख्यालय से मिले निर्देशों के बाद उठाया गया कदम है। इससे पहले गुरुवार तक जालोर कारागार में 95 बंदी थे, जबकि जालोर कारागार की क्षमता ही लगभग 60 बंदियों की है। अब सीधे तौर पर जालोर कारागार से आधे बंदी शिफ्ट कर दिए गए हैं और बाकी बंदियों के स्वास्थ्य की जांच भी किया गया है। जेल प्रशासन का कहना है कि इनका स्वास्थ्य ठीक है।
सीजेएम ने किया निरीक्षण
जेलर राजूसिंह ने बताया कि जालोर कारागार में 45 बंदी बचे थे, जिनमें से एक बंदी की जमानत के बाद 44 रह गए हैं। जिसके स्वास्थ्य की जांच करवाई गई है। सभी नार्मल है। वहीं दोपहर में सीजेएम पवन कुमार काला ने जिला कारागार का निरीक्षण किया और जेल के भीतर की व्यवस्थाओंं का जायजा लिया और आवश्यक निर्देश दिए। साथ ही बंदियों को जागरुक भी किया।
इनका कहना
जालोर कारागार में क्षमता से दोगुने बंदी थे। मुख्यालयों से मिले निर्देशों की पालना में 50 को जैसलमेर शिफ्ट किया जा चुका है। अन्य बंदियों के स्वास्थ्य की जांच के साथ साथ दवाओं का छिड़काव भी किया जा रहा है।
– राजूसिंह, जेलर, कारागार जालोर
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