मिठाई खाने से 15 जने हुए बीमार, 7 की स्थिति गंभीर

सांचौर शहर स्थित एक मिठाई की दुकान से बच्ची के जन्मदिन पर खरीदी गई मिठाई खाने से 15 जने गंभीर रूप से बीमार हो गए। वहीं दूसरी ओर जिस दिन यह वाकया हुआ, उसी दिन जिले के फूड इस्पैक्टर संबंधित मिठाई की दुकान से महज 100 मीटर दूर पास स्थित एक किराणे की दुकान पर सैंपलिंग के लिए विजिट कर रहं थे।

<p>सांचौर. शहर स्थित एक मिठाई की दुकान से मिठाई खाने से बिगड़ी लोगों की सेहत</p>
सांचौर. शहर स्थित एक मिठाई की दुकान से बच्ची के जन्मदिन पर खरीदी गई मिठाई खाने से 15 जने गंभीर रूप से बीमार हो गए। वहीं दूसरी ओर जिस दिन यह वाकया हुआ, उसी दिन जिले के फूड इस्पैक्टर संबंधित मिठाई की दुकान से महज 100 मीटर दूर पास स्थित एक किराणे की दुकान पर सैंपलिंग के लिए विजिट कर रहं थे। ऐसे में विभागीय अधिकारी को भी इस मामले की जानकारी नहीं होना और मिठाई से फूड पॉइजनिंग का मामला सामने आने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं होना विभाग की कार्यशैली पर सवालिया निशान खड़े कर रहा है। शहर के श्रीराम कॉलोनी में रहने वाले परिवार की एक बालिका की गुरूवार रात को बर्थ डे पार्टी थी। जिस पर परिवार के लोगों ने शहर के इंद्रा चौक स्थित पनजी मिठाई वाले सोहन स्वीट होम से मिठाई खरीदी थी। बर्थ-डे पार्टी के दौरान महिलाओं व बच्चों के मिठाई का सेवन करने के बाद रात में उन्हें उल्टी, दस्त व चक्कर आने शुरू हो गए। वहीं कुछ बच्चे बेहोश हो गए। इस दौरान परिजनों ने आनन-फानन में सभी बीमार हुए 15 लोगों को शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया। जहां 15 में से 8 की स्थिति गंभीर होने पर उन्हें भर्ती किया गया। वहीं शेष को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई। मरीजों का ईलाज कर रहे चिकित्सक ने बताया मिठाई के सेवन के बाद फूड पॉइजनिंग की वजह से उल्टी-दस्त की शिकायत होने पर मरीजों को इलाज के लिए भर्ती करना पड़ा। ऐसे में शहर में त्यौहारी सीजन में मिठाई से फूड पॉईजिन का मामला सामने के बाद लोगों में भी सनसनी फैल गई है। वहीं जन्मदिन मनाने वाले परिवार में भी अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया। मामला सामने आने के बाद भी न तो खाद्य विभाग का कोई अधिकारी मौके पर पहुंचा और न ही स्थानीय अधिकारी ने पहुंचकर जानकारी ली। ऐसे में शहर में बैखौफ बिक रही मिलावटी मिठाइयां आमजन के स्वास्थ्य के लिए खतरे की घंटी बन गई है।
केक खाने वाले बचे, मिठाई खाने वाले हुए बीमार
शहर के श्रीराम कॉलोनी में रहने वाले परिवार में बच्ची के बर्थडे को लेकर आयोजित कार्यक्रम में छोटे-छोटे बच्चों ने केक खा लिया। इस दौरान उन्हें मिठाई नहीं दी गई थी। जबकि कार्यक्रम में परिवार व अन्य लोगों को मिठाई परोसी गई थी। जिसके सेवन के बाद रात में उनकी तबीयत बिगड़ गई।
ये हुए बीमार
शहर के श्रीराम कॉलोनी में रहने वाले जिला परिषद सदस्य प्रवीण बिश्नोई की बच्ची के बर्थ डे पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान मिठाई खाने से 15 जने बीमार हुए। इनमें संगीता पत्नी प्रवीण बिश्नोई, मनीषा पुत्री मांगीलाल बिश्नोई, सविता पुत्री किशनलाल, निरमा पत्नी जयकिशन बिश्नोई को बेहोशी की हालात में अस्पातल ले जाया गया। वहीं मोहनलाल, ओमप्रकाश, मनोहरलाल, जयकिशन, धोलाराम, जितेन्द्रकुमार, इंदु पत्नी मोहनलाल व मनोज पालडिय़ा बीमार हो गए।
न सैंपल लिया और न कार्रवाई हुई
शहर में मिठाई की दुकान पर मिठाई के सेवन से बीमार होने के बाद संबंधित दुकान पर प्रशासन ने कोई कार्यवाही तक नहीं की। वहीं दूसरी ओर पीडि़त परिवार जिन्दगी और मौत के बीच अस्पातल में जूझता रहा। ऐसे में विभागीय लापरवाही को लेकर लोगों में रोष देखा जा रहा है। वहीं उपभोक्ता संरक्षण मंच ने भी दोषी मिठाई संचालक के खिलाफ कार्यवाही करने, मिठाई की दुकान से सैंपल लेने व मिठाई की दुकान को सीज करने की मांग की है।
बीमार जिन्दगी जंग लड़ रहे थे, फूड इंस्पेक्टर शहर में घूम रहे थे
विभाग की उदासीनता इस कदर हावी थी, कि एक तरफ मिठाई खाने से बीमार हुए लोग अस्पताल में जिन्दगी और मौत के बीच जूझ रहे थे। वहीं दूसरी ओर विभाग के अधिकारी शहर में विजिट करते देखे गए। इस दौरान उन्होंने किसी भी मिठाई की दुकान से सैंपल तक नहीं लिया। ऐसे में आमजन के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने वाले दुकानदारों के साथ विभागीय अधिकारियों की अनदेखी जान पर कितनी भारी पड़ सकती है, इसका जवाब देने वाला तक कोई नहीं है।
इनका कहना है…
शहर में मिलावटी मिठाई खाने से तबीयत बिगडऩे पर मरीज इलाज के लिए अस्पातल आए थे। जिन्हें उल्टी-दस्त के साथ बेहोशी जैसी स्थिति थी। इलाज के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई है। प्रथम दृष्टया मिठाई खाने से तबीयत खराब होना पाया गया है। त्यौहारी सीजन में मिलावटी खाद्य पदार्थों से दूर रहना चाहिए।
– डॉ. मानाराम बिश्नोई, एमडी फिजिशियन, मनमोहन हॉस्पिटल, सांचौर
परिवार में बालिका के जन्मदिन पर शहर के पन्नजी मिठाई वाले सोहन मिष्ठान भंडार से मिठाई लाए थे। जिसे खाने के बाद रात में चक्कर आना, उल्टी व दस्त की शिकायत होने पर सभी को अस्पताल में भर्ती करवाया गया। दुकान के मालिक को भी इस बारे में अवगत करवाया, लेकिन उन्होंने दोबार ऐसा नहीं करने को कहकर इलाज का खर्चा देने की बात कही। फिर भी हमने हमारे स्तर पर इलाज करवाया है। विभाग ने अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की है।
– धोलाराम साहू, पीडि़त
मिठाई के लिए रखे दूध का ध्यान नहीं रहा होगा। जिससे दूध का कुछ हिस्सा खट्टा हो गया होगा। जिसकी मुझे जानकारी नहीं रही थी। ऐसे में आगे ऐसी कोई गलती नहीं होगी।
– पन्नालाल खत्री, सोहन मिष्ठान भंडार, सांचौर
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