इसके साथ ही सुबह होने पर शादी में फैले कचरे को शहर से बाहर न फिकवाकर वहीं पर एकत्रित कर आग लगाकर जलाया जा रहा है। जिससे कचरे की गंध से लोगों को परेशानी हो रही है और आग लगाकर जो कचरा जलाया जा रहा है। उससे वायु प्रदूषण फैल रहा है और इस वायु प्रदूषण से सोसाइटी की हवा खराब हो रही है। जब कि सरकार द्वारा वायु प्रदूषण रोकने के कई सख्त कदम उठाए जा रहे है। लेकिन यहां कचरे फैलने वाली गंध और वायु प्रदूषण का कोई ख्याल नहीं रखा जा रहा है।
सोसाइटी के लोगों का कहना है कि मुहल्ले में मैरिज हॉल होने से लोगों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। रात के समय गोला, बारूद, पटाखे और डीजे के शोर शराबे के कारण मुहल्ले वासियों की नींद डिस्टर्व हो रही है। सोसाइटी के बीच मौरिज हॉल होने से लोगों को रात में चोरी होने का भी डर सताने लगा है। ये तो मैरिज हॉल के ऑनर की जिम्मेदारी बनती है कि शादी में फैल रहे कचरे को शहर के बाहर फिकवाया जाए लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। मुहल्ले में गंदगी फैलने से छोटे-छोटे बच्चों को बीमार होने का डर है और मुहल्ले में ही कचरा एकत्रित कर जलाने से वायु प्रदूषण भी फैल रहा है।