करों में कमी और सीधी राहत की दरकार

-व्यापारियों और उद्यमियों से परिचर्चा

<p>करों में कमी और सीधी राहत की दरकार</p>
जैसलमेर. आने वाले दिनों में केंद्र और राज्य सरकार की ओर से आम बजट पेश किया जाना है। राजस्थान पत्रिका ने इस संबंध में शृंखलाबद्ध अभियान के तहत पहली कड़ी में जैसलमेर के व्यवसायियों व उद्यमियों से चर्चा कर उनका पक्ष जानने का प्रयास किया। सबका यही कहना था किए सरकार को वेट और अन्य करों में कटौती करने के साथ लोगों को प्रत्यक्ष लाभ पहुंचाने के लिए काम करना चाहिए।
नए खनन पट्टे जारी हो
जैसलमेर में पिछले एक दशक से नए खनन पट्टे जारी नहीं किए गए हैं, जिससे यहां का पत्थर व्यवसाय बुरे दौर से गुजर रहा है। राज्य सरकार को स्थानीय लोगों को पत्थर खनन कार्य के लिए उनकी चाही लोकेशन पर पट्टे जारी करने चाहिए। इसके अलावा जैसलमेर चूंकि रेगिस्तानी क्षेत्र है और देश के अंतिम छोर पर आया हुआ है, इसलिए यहां के उद्यमियों को जनजातीय व पहाड़ी क्षेत्रों की तर्ज पर विशेष सहूलियतें प्रदान की जानी चाहिए।
-जुगलकिशोर बोहरा, उद्यमी
पेट्रोलियम पदार्थों पर कर कम किए जाए
पेट्रोल तथा डीजल के आसमान पहुंचे भावों ने हर किसी को प्रभावित किया है। केंद्र और राज्य सरकारों को इसमें कमी करते हुए लोगों को राहत पहुंचानी चाहिए। इसके अलावा राज्य में वाहन मालिकों पर कर की मार बहुत ज्यादा हैए उसमें कटौती लाए जाने की जरूरत है।
-अशोक तंवर, ट्रेवल व्यवसायी
बिजली दरों में दिलाएं राहत
कोरोना की वजह से मंदी की मार झेल रहे उद्यमियों पर बिजली की बढ़ती दरों ने जख्मों पर नमक का काम किया है। इन दरों में कमी लाए जाने के साथ पत्थर उद्योग पर लागू करों में कटौती करने से वास्तविक लाभ मिल सकेगा। हमें ऋण की नहीं, करों में राहत की दरकार है।
-गिरीश व्यास, सचिव, रीको इंडस्ट्रीज एसोसिएशन
पर्यटन को मिले बढ़ावा
बजट में केंद्र व राज्य सरकारों को ऐसे प्रावधान करने चाहिए, जिससे पर्यटन को बढ़ावा मिले। कारण यह है कि यह क्षेत्र कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित हुआ है। सस्ते परिवहन से लेकर बिजली की दरों में कमी और जीएसटी में राहत जैसे कदम उठाने से पर्यटन व्यवसायी सीधे तौर पर लाभान्वित हो सकेंगे।
-पुष्पेंद्र व्यास, पर्यटन व्यवसायी
बढ़ते भावों पर अंकुश लगाए
पिछले कुछ अर्से के दौरान भवन निर्माण सामग्री के भाव 25 से 30 प्रतिशत तक बढ़ गए हैं। इस क्षेत्र पर मानो सरकार का कोई नियंत्रण ही नहीं रह गया है। सरकार को सीमेंट, स्टील और हार्डवेयर आदि के भावों में अनाप-शनाप वृद्धि को रोकना चाहिए। टैक्स प्रणाली को भी सरल किया जाए।
-मुकेश नागौरी, सीमेंट कारोबारी
आसान बनाएं व्यवसाय करना
कोरोना ने होटल इंडस्ट्री को जबर्दस्त धक्का पहुंचाया है। इस व्यवसाय के संचालन को आसान बनाने के लिए केंद्र व राज्य सरकार को हरसंभव प्रयास करने चाहिए, क्योंकि यह सेवा से जुड़ा व्यवसाय है। करों में कमी लाने के साथ बिजली दरों की मार से होटल उद्योग को बचाया जाए।
-मेघराजसिंह परिहार, होटल व्यवसायी
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