खाली पड़े हैं 19 हजार से ज्यादा स्कूलों के भवन :: डोटासरा 50 में से 48 क्यों नहीं खोल पाए :: कटारिया

— प्रदेश में नवीन प्राथमिक विद्यालयों को भूमि आवंटन के सवाल और इसके जवाब के दौरान हंगामा —
 

<p>खाली पड़े हैं 19 हजार से ज्यादा स्कूलों के भवन :: डोटासरा 50 में से 48 क्यों नहीं खोल पाए :: कटारिया</p>
जयपुर। प्रदेश में 19 हजार 754 स्कूलों के भवन आज भी खाली पड़े हैं। पूर्ववर्ती सरकार के समय इन स्कूलों को बंद या मर्ज करने की वजह से ये भवन आज भी खाली पड़े हैं। चौमूं विधायक रामलाल शर्मा के चौमूं में नवीन प्राथमिक विद्यालयों को भूमि आवंटन के सवाल पर शिक्षा राज्यमंत्री गोविंद डोटासरा ने यह जवाब पेश किया। जवाब के दौरान पक्ष और प्रतिपक्ष के सदस्यों में नोंकझोंक व आरोप प्रत्यारोप भी हुए। जवाब से नाखुश भाजपा विधायकों ने हंगामा भी किया।
डोटासरा ने बताया कि पूर्ववर्ती सरकार ने स्कूलों को बंद करने का काम किया। करीब 22 हजार 200 प्राथमिक विद्यालयों को मर्ज किया गया था। इसके बाद सरकार ने 2450 स्कूलों डीमर्ज कर दिया। लेकिन आज भी 19 हजार 754 स्कूलों के भवन खाली पड़े हैं। इसमें जयपुर में 1324 और चौमूं में 97 स्कूलों के भवन खाली पड़े हैं। इन सभी जगहों पर प्रस्ताव मंगवाएं गए हैं। अगर नियमानुसार विद्यार्थियों की संख्या हमें मिलेगी तो इन स्कूलों को वापस खोजा जाएगा।
50 में से 2 स्कूल खोले, 48 क्यों नहीं खोल पाए

नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने शिक्षामंत्री से पूछा कि वर्ष 2019—20 में 50 स्कूल खोलने की घोषणा की गई थी, लेकिन अभी तक केवल 2 स्कूल की खोले गए हैं। क्या आप विद्यालय नहीं खोलना चाहते। इस पर डोटासरा ने कहा कि अगर हमारी स्कूल खोलने की मंशा नहीं होती तो कलेक्टर और एसडीओ की अध्यक्षता में कमेटी का गठन क्यों करते। हम प्रस्तावों का अध्ययन करने के बाद इस सत्र से नए स्कूल खोलेंगे। इस पर कटारिया ने कहा कि आप तो इसका जवाब दो कि 50 में से 2 खोले, 48 क्यों नहीं खोल पाए।
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