राज्य की Ashok Gehlot सरकार एक बार फिर कानून व्यवस्था के मुद्दे पर भाजपा नेताओं के निशाने पर है। ताज़ा मामला बीते दिनों अलवर में सामने आये एक युवक को बेरहमी से पीट-पीटकर उसकी हत्या करने से जुड़ा है। विरोधी दल के नेता इस कथित ‘मॉब लॉन्चिंग’ मामले को पुरज़ोर तरीके से उठाकर सरकार को चौतरफा घेरने में लगे हुए हैं। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा के अलावा अन्य नेताओं की प्रतिक्रियाओं के बाद अब आज पूर्व मुख्यमंत्री Vasundhara Raje ने भी इस मामले पर चिंता ज़ाहिर करते हुए राज्य की गहलोत सरकार को निशाने पर लिया।
गौरतलब है कि प्रदेश में गृह मंत्री का ज़िम्मा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत संभाल रहे हैं। ऐसे में जब भी कानून व्यवस्था से जुड़ा कोई घटनाक्रम सामने आता है तब भाजपा पुरज़ोर तरीके से मामले को उठाने में सक्रीय नज़र आता है।
अलवर की घटना जंगलराज का उदाहरण: वसुंधरा
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने आज जारी अपनी ट्वीट प्रतिक्रिया में अलवर की घटना का ज़िक्र करते हुए कानून व्यवस्था पर सवाल उठाये। उन्होंने कहा कि राजस्थान में अपराधियों के हौसले बुलंद हैं और क़ानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ रही हैं। अलवर जिले के बड़ौदामेव थाना क्षेत्र में एक युवक की पीट-पीटकर हत्या कर देना जंगलराज का उदाहरण ही तो है।
राजे ने इस घटना पर चिंता ज़ाहिर करते हुए सरकार से मामले की निष्पक्ष जांच करने और दोषियों को सख्त सज़ा दिए जाने की पैरवी भी की। साथ ही उन्होंने मृतक आश्रितों को आर्थिक सहायता और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने पर विचार करने की भी अपील की।
ये है पूरा मामला
दरअसल अलवर जिले के बडौदामेव थाना क्षेत्र के अंतर्गत मीणाबास में 15 सितंबर को योगेश जाटव नामक युवक भरतपुर बाइक से अपने गांव जा रहा था। रास्ते में बाइक से एक बच्चे को टक्कर मार दी। जिसमें बच्चे को कोई चोट नहीं आई। लेकिन इसके बाद वहां मौजूद समाज विशेष के लोगों की भीड़ ने युवक की जमकर पिटाई शुरू कर दी। युवक योगेश जाटव की बेरहमी से पिटाई होने के बाद उसे गंभीर अवस्था में देर रात जयपुर के एसएमएस अस्पताल में भर्ती करवाया गया। लेकिन इलाज के दौरान ही उसकी मौत हो गई।
मॉब लिंचिंग की धाराएं जोड़ने की मांग
अलवर के रामगढ़ क्षेत्र से पूर्व भाजपा विधायक ज्ञानदेव आहूजा ने युवक की ह्त्या के मामले में जाति विशेष के लोगों पर पीट-पीट कर हत्या करने का आरोप लगाया है। ज्ञानदेव आहूजा ने कहा इस मामले में मॉब लिंचिंग की धाराएं भी आरोपियों के खिलाफ लगनी चाहिए। वहीं मृतक युवक के परिजन भी इस संबंध में मांग रख रहे हैं। आहूजा ने भी मुख्यमंत्री से पीड़ित को मुआवजा देने व परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की है।