जानकारी के मुताबिक प्रदेश के उच्च शिक्षा विभाग के तहत 311 सरकारी कॉलेज संचालित किए जा रहे हैं जिनमें यूजी फस्र्ट ईयर में 1 लाख् 91 हजार 271 सीटें हैं वहीं एक हजार से अधिक निजी कॉलेजों में दो लाख से अधिक सीटें हैं लेकिन परेशानी इस बात की है कि राजस्थान बोर्ड की 12वीं कक्षा में अधिकांश विद्यार्थी प्रथम श्रेणी उत्तीर्ण हुए हैं इतना ही नहीं उनके अंक भी पहले की तुलना में अधिक आए हैं। जानकारी के मुताबिक राजस्थान बोर्ड परीक्षा में 98.06 फीसदी परीक्षा प्रथम श्रेणी, 0.001 फीसदी सैकेंड डिविजन, 0.002फीसदी थर्ड डिविजन में पास हुए हैं। यानी परीक्षा में बैठने वालों में से करीब 98 प्रतिशत से ज्यादा विद्यार्थी फस्र्ट डिवीजन से पास हुए हैं। ऐसा ही परिणाम सीबीएसई का भी रहने वाला है। ऐसे में कॉलेज में एडमिशन आसान नहीं होगा। कट ऑफ माक्र्स हाई जाएंगे।
गौरतलब है कि पिछले साल विद्यार्थियों की मांग को देखते हुए इन 311 कॉलेजों में 25 फीसदी सीटें बढ़ाई गई थी लेकिन फिर बढ़ी संख्या में सीटें खाली रह गईं। ऐसे में अभी सीट बढ़ाए जाने को लेकर कोई निर्णय विभाग ने नहीं लिया है। विभाग एडमिशन के समय जो आवेदन आएंगे उनकी संख्या को देखकर ही इस संबंध में निर्णय लेगा। आमतौर पर भी हर सेशन में उच्च शिक्षा विभाग इसी प्रकार सीटों की संख्या बढ़ाता है।
फिलहाल शुरू नहीं हुई प्रक्रिया
विभागीय सूत्रों की माने तो इस बार कोविड के कारण बोर्ड परीक्षाएं आयोजित नहीं हो सकी। फिर वह राजस्थान बोर्ड हो या फिर सीबीएसई बोर्ड। दोनों ने विद्यार्थियों को प्रमोट करने का निर्णय लिया, ऐसे में उनके परीक्षा परिणाम घोषित नहीं हो पाए। राजस्थान बोर्ड ने 24 जुलाई को 12वीं का परीक्षा परिणाम जारी किया है और अब सीबीएसई बोर्ड का 12वीं का रिजल्ट आना शेष है। ऐसे में कॉलेज शिक्षा विभाग ने एडमिशन प्रोसेस शुरू नहीं किया।
इनका कहना है,
उच्च शिक्षण संस्थानों में एडमिशन का प्रोसेस जल्द ही शुरू किया जाएगा। सीटें बढ़ाई जाएंगी अथवा नहीं इसका निर्णय उस समय की जरूरत के आधार पर लिया जाएगा।
संदेश नायक, कमिश्नर
कॉलेज शिक्षा आयुक्तालय
गौरतलब है कि पिछले साल विद्यार्थियों की मांग को देखते हुए इन 311 कॉलेजों में 25 फीसदी सीटें बढ़ाई गई थी लेकिन फिर बढ़ी संख्या में सीटें खाली रह गईं। ऐसे में अभी सीट बढ़ाए जाने को लेकर कोई निर्णय विभाग ने नहीं लिया है। विभाग एडमिशन के समय जो आवेदन आएंगे उनकी संख्या को देखकर ही इस संबंध में निर्णय लेगा। आमतौर पर भी हर सेशन में उच्च शिक्षा विभाग इसी प्रकार सीटों की संख्या बढ़ाता है।
फिलहाल शुरू नहीं हुई प्रक्रिया
विभागीय सूत्रों की माने तो इस बार कोविड के कारण बोर्ड परीक्षाएं आयोजित नहीं हो सकी। फिर वह राजस्थान बोर्ड हो या फिर सीबीएसई बोर्ड। दोनों ने विद्यार्थियों को प्रमोट करने का निर्णय लिया, ऐसे में उनके परीक्षा परिणाम घोषित नहीं हो पाए। राजस्थान बोर्ड ने 24 जुलाई को 12वीं का परीक्षा परिणाम जारी किया है और अब सीबीएसई बोर्ड का 12वीं का रिजल्ट आना शेष है। ऐसे में कॉलेज शिक्षा विभाग ने एडमिशन प्रोसेस शुरू नहीं किया।
इनका कहना है,
उच्च शिक्षण संस्थानों में एडमिशन का प्रोसेस जल्द ही शुरू किया जाएगा। सीटें बढ़ाई जाएंगी अथवा नहीं इसका निर्णय उस समय की जरूरत के आधार पर लिया जाएगा।
संदेश नायक, कमिश्नर
कॉलेज शिक्षा आयुक्तालय