पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने भी इसके संकेत दिए हैं। जिला प्रभारियों को कुशल वक्ता-प्रवक्ताओं को तलाशने का जिम्मा दिया गया है। कांग्रेस के कुशल वक्ता-प्रवक्ता पार्टी और सरकार के कामकाज को मीडिया और अन्य प्लेटफॉर्म पर पूरी तैयारी के साथ पेश करेंगे।
प्रदेश कांग्रेस में हो सकते हैं तीन प्रवक्ता
विश्वस्त सूत्रों की माने तो प्रदेश कांग्रेस में इस बार तीन प्रवक्ता नियु्क्त किए जा सकते हैं, इनमें एक मीडिया चेयरपर्सन और दो प्रवक्ता नियुक्त किए जाएंगे, साथ ही सभा और जिला स्तर पर भी दो-दो प्रवक्ताओं की तैनाती करने की बात कही जा रही है। बताया जाता है कि जनवरी के आखिरी सप्ताह या फिर फरवरी माह में प्रदेश प्रवक्ताओं की नियु्क्ति की जा सकती है, उसके बाद संभाग स्तर और जिला स्तर पर प्रवक्ताओं की नियुक्ति की जाएगी।
विश्वस्त सूत्रों की माने तो प्रदेश कांग्रेस में इस बार तीन प्रवक्ता नियु्क्त किए जा सकते हैं, इनमें एक मीडिया चेयरपर्सन और दो प्रवक्ता नियुक्त किए जाएंगे, साथ ही सभा और जिला स्तर पर भी दो-दो प्रवक्ताओं की तैनाती करने की बात कही जा रही है। बताया जाता है कि जनवरी के आखिरी सप्ताह या फिर फरवरी माह में प्रदेश प्रवक्ताओं की नियु्क्ति की जा सकती है, उसके बाद संभाग स्तर और जिला स्तर पर प्रवक्ताओं की नियुक्ति की जाएगी।
रिसर्च विंग और आईटी सेल का भी होगा गठन
वहीं प्रदेश कांग्रेस में जल्द ही रिसर्च और आईटी सेल का भी गठन किया जाएगा। सरकार की योजनाओं और उपलब्धियों को सोशल मीडिया और अन्य साधनों के जरिए जन-जन तक पहुंचाने के लिए रिसर्च विंग और आईटी सेल को जिम्मेदारी दी जाएगी। इसके लिए कांग्रेस विचारधारा से जुड़े आईटी एक्सपर्ट और रिसर्च विशेषज्ञों की तलाश की जा रही है।
वहीं प्रदेश कांग्रेस में जल्द ही रिसर्च और आईटी सेल का भी गठन किया जाएगा। सरकार की योजनाओं और उपलब्धियों को सोशल मीडिया और अन्य साधनों के जरिए जन-जन तक पहुंचाने के लिए रिसर्च विंग और आईटी सेल को जिम्मेदारी दी जाएगी। इसके लिए कांग्रेस विचारधारा से जुड़े आईटी एक्सपर्ट और रिसर्च विशेषज्ञों की तलाश की जा रही है।
पूर्व में भी रही वक्ता-प्रवक्ताओं की टीम
वहीं प्रदेश कांग्रेस में पहले भी कुशल -वक्ता प्रवक्ताओं की टीमें तैयार की गई थीं, 2018 में विधानसभा चुनाव से पूर्व भी प्रदेश कांग्रेस में वक्ता प्रवक्ताओं और पेनेलिस्टों की बड़ी टीम तैयार की गई थी, बाकायदा कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ताओं ने जयपुर में आकर वक्ता-प्रवक्ताओं के वन टू वन साक्षात्कार लिए थे। जिसके बाद एआईसीसी की ओर से राजस्थान के वक्ता-प्रवक्ताओं की लंबी सूची जारी की गई थी।
वहीं प्रदेश कांग्रेस में पहले भी कुशल -वक्ता प्रवक्ताओं की टीमें तैयार की गई थीं, 2018 में विधानसभा चुनाव से पूर्व भी प्रदेश कांग्रेस में वक्ता प्रवक्ताओं और पेनेलिस्टों की बड़ी टीम तैयार की गई थी, बाकायदा कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ताओं ने जयपुर में आकर वक्ता-प्रवक्ताओं के वन टू वन साक्षात्कार लिए थे। जिसके बाद एआईसीसी की ओर से राजस्थान के वक्ता-प्रवक्ताओं की लंबी सूची जारी की गई थी।