सीएम ने शिक्षण संस्थान खोलने को बुलाई बैठक में नाराज होकर डोटासरा से ये कहा…

जब मंत्रिपरिषद में तारीख तय नहीं हई, तो आपको ऐलान करने की क्या जल्दी रही

<p>सीएम ने शिक्षण संस्थान खोलने को बुलाई बैठक में नाराज होकर डोटासरा से ये कहा&#8230;</p>
– शिक्षण संस्थाओं को खोलने की तारीख तय करने और एसओपी के लिए पांच मंत्रियों की समिति गठित
– अब 2 अगस्त को शिक्षण संस्थाओं के खुलने पर संशय, आ सकती है नई तारीख, छोटे बच्चों के लिए स्कूल नहीं खुलना तय

जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शिक्षण संस्थानों को 2 अगस्त को खोलने को लेकर शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा के ऐलान पर नाराजगी जताई है। मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को मंत्रियों और विशेषज्ञों से भरी बैठक में डोटासरा से कहा कि जब एक दिन पहले हुई मंत्रिपरिषद की बैठक में शिक्षण संस्थाओं को खोलने की तारीख तय नहीं हई, तो आपको ऐसा ऐलान करने की क्या जल्दीबाजी थी। ये वाकया मुख्यमंत्री की ओर से शिक्षण संस्थान खोलने को लेकर दिशानिर्देश तय करने के लिए शुक्रवार देर शाम वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए बुलाई बैठक में हुआ। सूत्रों के अनुसार इसके बाद मुख्यमंत्री ने बैठक में डोटासरा से कहा कि मंत्रिपरिषद में कुछ तारीखों को लेकर चर्चा हुई थी, लेकिन कोई तारीख तय थोड़े ही की गई थी। सूत्रों ने बताया कि अब 2 अगस्त को शिक्षण संस्थाओं के खुलने पर संशय है और नई तारीख आना और छोटे बच्चों के लिए स्कूल नहीं खुलना लगभग तय है।

मंत्रियों की कमेटी करेगी नई तारीख व गाइडलाइन का फैसला
मुख्यमंत्री ने शिक्षण संस्थाओं को खोलने और दिशानिर्देश (एसओपी) को अंतिम रूप देने के लिए पांच मंत्रियों की समिति गठित की है। इस समिति में चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा, कृषि मंत्री लालचंद कटारिया, शिक्षा राज्यमंत्री गोविंद सिंह डोटासरा, उच्च शिक्षा राज्यमंत्री भंवर सिंह भाटी तथा चिकित्सा एवं तकनीकी शिक्षा राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग शामिल होंगे।

समिति केंद्र के साथ रहेगी सम्पर्क में
मंत्रियों की समिति भारत सरकार के स्वास्थ्य तथा मानव संसाधन मंत्रालयों, आईसीएमआर एवं अन्य राज्य जहां शैक्षणिक संस्थान प्रारम्भ किए गए हैं, उनके साथ संपर्क कर उनके अनुभव और फीडबैक पर चर्चा करेगी। साथ ही, भारत सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों की जानकारी लेकर शिक्षण संस्थाओं को खोलने की तारीख एवं एसओपी के संबंध में निर्णय करेगी।

विशेषज्ञों की रायः स्कूल व परिवहन स्टाफ का टीकाकरण हो
बैठक में चिकित्सा विशेषज्ञ डॉ. राजाबाबू पंवार, डॉ. सुधीर भंडारी, डॉ. वीरेन्द्र सिंह, डॉ. एमएल गुप्ता, डॉ. अमरजीत मेहता, डॉ. प्रवीण माथुर एवं डॉ. मनीष शामिल हुए। सभी ने राय दी कि शिक्षण संस्थानों में सभी शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक स्टाफ, बच्चों के परिवहन के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले वाहनों के ड्राइवर तथा संपर्क में आने वाले अन्य व्यक्तियों का टीकाकरण सुनिश्चित किया जाए।

– कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए शिक्षण संस्थाओं को खोलने की एसओपी के संबंध में गम्भीरता के साथ विचार कर निर्णय किया जाना चाहिए।
अशोक गहलोत, मुख्यमंत्री
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