उन्होंने ने कहा कि जिन लोगों ने मेहनत की उन लोगों की सरकार में भागीदारी होनी चाहिए। कभी गलत भावना और भाषा का इस्तेमाल नहीं किया। जो वादे करके सत्ता में आए उसे पूरा करेंगे।
पायलट ने कहा कि मुझे खुशी है की कांग्रेस अध्यक्षा और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने विस्तार से चर्चा की। साथी विधायकों की बातों को हमने सामने रखा। मुझे आश्वासित किया गया है कि तीन सदस्यीय की कमेटी जल्द इन तमाम मुद्दों का समाधान करेगी। ये सैद्धांतिक मुद्दे थे। उन्होंने कहा कि मुझे पद की लालसा नहीं है।
राजनीति में संयम जरूरी
पायलट ने कहा कि राजनीति में संयम जरूर रखना चाहिए। घर का विवाद घर मे निपट गया है। हम सत्ता संगठन के मुद्दे रेखांकित करना चाहते थे। पिछले कुछ समय से हम दिल्ली में थे। आलाकमान ने हर मुद्दे पर हमसे बात की है। देशद्रोह के मुकदमे से आहत हुआ। जिस तरह की बाते बोली गई उससे आश्चर्य हुआ था। अब समिति हमारी बात सुनेगी। मैंने भी 18, 20 साल राजनीति को दिए हैं। पद की लालसा नही लेकिन मान सम्मान जरूरी है।
पायलट ने कहा कि राजनीति में संयम जरूर रखना चाहिए। घर का विवाद घर मे निपट गया है। हम सत्ता संगठन के मुद्दे रेखांकित करना चाहते थे। पिछले कुछ समय से हम दिल्ली में थे। आलाकमान ने हर मुद्दे पर हमसे बात की है। देशद्रोह के मुकदमे से आहत हुआ। जिस तरह की बाते बोली गई उससे आश्चर्य हुआ था। अब समिति हमारी बात सुनेगी। मैंने भी 18, 20 साल राजनीति को दिए हैं। पद की लालसा नही लेकिन मान सम्मान जरूरी है।