RTDC के अधिकारियों के अनुसार ट्रेन सुबह 5.30 जयपुर पहुंची। सैलानी पहले आमेर फोर्ट पहुंचकर हाथी की सवारी करने वाले हैं। फिर जंतर—मंतर, सिटी पैलेस और अल्बर्ट हॉल देखेंगे। सैलानी परकोटे के बाजारों ( Jaipur Bazar ) में खरीदारी भी करेंगे। ट्रेन रात 8 बजे दुर्गापुरा से रवानगी लेगी। जयपुर से सवार होने वाले सभी यात्री उदयपुर में उतर जाएंगे। शाही ट्रेन के कंसल्टेंट मैनेजर प्रदीप बोहरा ने बताया कि आगे के तीन चार फेरों के लिए ट्रेन की बुकिंग फुल है।
खाली ही दौड़ेगी शाही ट्रेन!
पहले फेरे में दिल्ली से बैठे 18 में से 7 ही यात्री वापस दिल्ली जाएंगे। यानी 82 यात्रियों वाली ट्रेन महज सात यात्रियों के लिए सफर पूरा करेगी। गौरतलब है कि देशी-विदेशी पर्यटकों को शाही जीवन शैली जैसा अनूठा अनुभव देने वाली एवं पांच सितारा होटलों जैसी सुविधाओं से परिपूर्ण Palace On Wheels रेल बुधवार को सफदरजंग रेलवे स्टेशन से प्रदेश के राजस्थान के पर्यटक स्थलों के लिए रवाना हुई थी। यह ट्रेन भारतीय रेल और राजस्थान पर्यटन विकास निगम द्वारा संयुक्त रूप से चलाई जा रही है। हालांकि यह रेल फिलहाल प्रदेश सरकार के लिए घाटे का सौदा बनी हुई है। दरअसल, पिछले काफी समय से विदेशी पर्यटकों में गिरावट दर्ज की गई है।
राजस्थान पर्यटन विकास निगम (RTDC) की अध्यक्ष श्रेया गुहा, प्रबंध निदेशक कुंज बिहारी पंडया ने शाही रेलगाड़ी को झंडी दिखाकर रवाना किया। इस बार सरकार की ओर से यात्रियों के सामान की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए डिजिटल लॉकर्स की सुविधा भी दी गई है। वहीं इसके अलावा ‘वुडन वॉल्स’ ‘बार’ और ‘लॉज एरिया’ को भी एक नये लुक में तैयार किया गया है।
महाप्रबंधक प्रदीप बोहरा ने बताया कि शाही रेलगाड़ी के लिए इस सीजन की 70 प्रतिशत एडवांस बुकिंग की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष रेलगाड़ी में वाई-फाई सुविधा को और अधिक बेहतर बनाने के लिए एक डोंगल के स्थान पर दो डोंगल लगाए गए है। वहीं यात्रियों के भोजन के मेन्यू में भी बदलाव कर उसमें नए स्थानीय आईटम्स जोड़े गए हैं।
बोहरा ने बताया कि ‘Palace On Wheels’ बुधवार से अप्रैल, 2020 तक दिल्ली के सफदरजंग रेलवे स्टेशन से प्रत्येक बुधवार को एक सप्ताह के अविस्मरणीय सफर के लिए रवाना होकर जयपुर, सवाई माधोपुर, चित्तौडगढ़़, उदयपुर, जैसलमेर, जोधपुर, भरतपुर और आगरा होते हुए वापस दिल्ली पहुंचेगी। उन्होंने बताया कि इस शाही रेलगाड़ी के खास मेहमानों के लिए प्रत्येक गन्तव्य स्थान पर ठहरने के लिए चुनिंदा होटलों एवं प्रसिद्ध स्वादिष्ट व्यंजनों की व्यवस्था की गई है। इसी के साथ राजस्थान की कला एवं संस्कृति से पर्यटकों को रूबरू करवाने के लिए विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम दिखाने का प्रबंध भी किया गया है।