Rajasthan Weather Update: राजस्थान के इन छह जिलों में झमाझम बारिश होने की संभावना

Rajasthan Weather Update Today : राजस्थान में मानसून की विदाई के बावजूद एक बार फिर से मानसून की वापसी ने आमजन के साथ-साथ अन्नदाताओं की परेशानी बढ़ा दी है।

<p>प्रतीकात्मक तस्वीर</p>

जयपुर। Rajasthan weather update Today : राजस्थान में मानसून की विदाई के बावजूद एक बार फिर से मानसून की वापसी ने आमजन के साथ-साथ अन्नदाताओं की परेशानी बढ़ा दी है। आश्विन मास के अंतिम दिनों के बाद कार्तिक मास में भी मौसम का बदला मिजाज देखने को मिलेगा। मौसम विभाग के मुताबिक दो से तीन दिन पूर्वी और पश्चिमी राजस्थान में मौसम मुख्यत: शुष्क रहने की संभावना है। इसके साथ ही आसमान भी बिल्कुल साफ रहेगा। वहीं 23 और 24 अक्टूबर को राजस्थान में नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा। इसके चलते पश्चिमी राजस्थान के जिलों श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, चूरू, बीकानेर, सीकर और जोधपुर की कुछ जगहों पर तेज मेघगर्जना के साथ झमाझम बारिश के आसार हैं।

ऐसा रहेगा मौसम का हाल
इन जगहों पर आकाशीय बिजली चमकने की भी प्रबल संभावनाएं जताई गई हैं। इसके साथ ही 30 से 40 किलामीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की भी संभावना जताई जा रही है। उत्तरी राजस्थान में 24 अक्टूबर को इसका असर नजर आएगा। 24 अक्टूबर को भी उत्तरी राजस्थान के कई हिस्सों में हल्की बारिश होने की संभावना है जबकि 25 अक्टूबर से पश्चिमी विक्षोभ का असर पूरी तरह से समाप्त होने के आसार हैं। इसके बाद तापमान में भी 2-3 डिग्री की गिरावट दर्ज की जाएगी।

किसानों को हुआ भारी नुकसान
बीते दिनों हुई बारिश के चलते राजस्थान में तापमान में कमी आई है। बेमौसम बारिश से खलिहानों में काफी नुकसान हुआ है। बुआई किए हुए खेतों पर भी बारिश से नुकसान हुआ है। अक्टूबर माह में मूसलाधार बारिश होने से खेतों में कटाई की गई सोयाबीन व उड़द की फसल बर्बाद हुई है। लगभग अभी अकेले हाड़ौती अंचल में 500 करोड रुपए से ज्यादा का नुकसान किसानों को हो चुका है।

फसल बर्बादी की कगार पर
फिलहाल सोयाबीन और उड़द की फसल की कटाई का काम चल रहा है, ऐसे में खेतों में पड़ी तैयार फसल पूरी तरह से बर्बादी के कगार पर है। मानसून सत्र के दौरान हुई अतिवृष्टि ने पहले ही किसानों की कमर तोड़ कर रख दी है और जो बची फसल थी वह भी अक्टूबर माह में हो रही इस बारिश ने खराब कर दी है। रबी सीजन की फसल की तैयारी के रूप में किसान सोयाबीन की फसल की बुवाई कर रहे हैं और जिन किसानों ने खेतों में सरसों का बीज डाला है और नष्ट होने के कगार पर है। धान की फसल भी लगातार बारिश की वजह से खराब होने की आशंका हैं। ऐसे में आगामी दिनों में बारिश होने से अन्नदाताओं को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। मौसम विभाग की ओर से इसके लिए लगातार अलर्ट जारी किया जा रहा है।

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