हरनावदा पीथा के पास पुल पर खतरे के निशान से ऊपर पानी बह रहा है। इसके चलते डग-पिड़ावा मार्ग बाधित हो गया। आहू नदी उफान पर होने से डग-पिडावा मार्ग बाधित हो गया। कालीसिंध बांध के 4 गेट खोलकर 47 हजार क्यूसेक पानी की निकासी शुरू की गई।
वहीं, चौमहला क्षेत्र में छोटी कालीसिंध नदी में पानी की अधिक आवक होने से चौमहला-रावतपुरा मार्ग बंद हो गया। पिड़ावा क्षेत्र में बारिश से चंवली नदी उफान पर आ गई। उदयपुर संभाग के सबसे बड़े माही बांध के जलस्तर भी वृद्धि हो रही है। रविवार सुबह आठ बजे बांध का जलस्तर कुल भराव क्षमता 281.50 मीटर के मुकाबले 269.35 मीटर था, जो शाम साढ़े पांच बजे बढकऱ 269.45 मीटर हो गया।
24 घंटे में पीपलखूंट में 165 मिमी दर्ज
पिछले 24 घंटों में प्रतापगढ़, झालावाड़, चित्तौडगढ़़, डूंगरपुर और बांसवाड़ा जिलों में कहीं-कहीं भारी से अति भारी बारिश हुई है। पूर्वी राजस्थान में सर्वाधिक अधिकतम बारिश 165 मिमी पीपलखूंट प्रतापगढ़ में जबकि पश्चिमी राजस्थान के समदड़ी बाड़मेर में 36 मिमी दर्ज हुई है। मौसम विभाग के अनुसार वर्तमान में कम दबाव का क्षेत्र मध्य मध्यप्रदेश के उत्तरी भागों के ऊपर स्थित है।
पिछले 24 घंटों में प्रतापगढ़, झालावाड़, चित्तौडगढ़़, डूंगरपुर और बांसवाड़ा जिलों में कहीं-कहीं भारी से अति भारी बारिश हुई है। पूर्वी राजस्थान में सर्वाधिक अधिकतम बारिश 165 मिमी पीपलखूंट प्रतापगढ़ में जबकि पश्चिमी राजस्थान के समदड़ी बाड़मेर में 36 मिमी दर्ज हुई है। मौसम विभाग के अनुसार वर्तमान में कम दबाव का क्षेत्र मध्य मध्यप्रदेश के उत्तरी भागों के ऊपर स्थित है।
आगे क्या –
26 जुलाई को कोटा, जयपुर व भरतपुर संभाग के जिलों में कंही-कंही भारी बारिश होने की संभावना है। बीकानेर व जोधपुर संभाग में कही-कही हल्के से मध्यम बारिश 26-27 जुलाई को होने के आसार है।
26 जुलाई को कोटा, जयपुर व भरतपुर संभाग के जिलों में कंही-कंही भारी बारिश होने की संभावना है। बीकानेर व जोधपुर संभाग में कही-कही हल्के से मध्यम बारिश 26-27 जुलाई को होने के आसार है।
श्रावण के पहले दिन बरखा की झड़ी
बांसवाड़ा में श्रावण के पहले दिन बरखा की झड़ी लगी रही। शहर में मध्यरात्रि पूर्व से लेकर रविवार शाम पांच बजे तक रिमझिम व हल्की वर्षा का दौर बना रहा। वहीं ग्रामीण इलाकों में जमकर मेघ बरसे। रविवार सुबह आठ बजे से शाम साढ़े चार बजे तक अरथूना में करीब पांच इंच, गढ़ी, सल्लोपाट, शेरगढ़ में तीन इंच बारिश रिकार्ड की गई। कुछ स्थानों पर कच्चे झोंपड़े ढह गए। कलक्ट्री स्थित बाढ़ नियंत्रण कक्ष के अनुसार इस अवधि में सर्वाधिक 120 मिमी बारिश अरथूना में हुई। इसके अतिरिक्त गढ़ी में 80, सल्लोपाट में 75, शेरगढ़ में 74, बागीदौरा में 71, कुशलगढ़ में 65, सज्जनगढ़ 59, दानपुर में 58, बांसवाड़ा में 29, केसरपुरा में 25, भूंगड़ा में 21, घाटोल व जगपुरा में 15-15 और लोहारिया में दस मिमी बारिश रिकार्ड की गई। इससे पहले सुबह आठ बजे समाप्त बीते 24 घंटे में घाटोल में 69, दानपुर में 38, जगपुरा में 35, भूंगड़ा में 34, लोहारिया में 28, बांसवाड़ा में 26, अरथूना व सल्लोपाट में 21-21, केसरपुरा व गढ़ी में 20-20, शेरगढ़ में 15, बागीदौरा व कुशलगढ़ में 12-12 तथा सज्जनगढ़ में आठ मिमी बारिश रिकार्ड की गई।
बांसवाड़ा में श्रावण के पहले दिन बरखा की झड़ी लगी रही। शहर में मध्यरात्रि पूर्व से लेकर रविवार शाम पांच बजे तक रिमझिम व हल्की वर्षा का दौर बना रहा। वहीं ग्रामीण इलाकों में जमकर मेघ बरसे। रविवार सुबह आठ बजे से शाम साढ़े चार बजे तक अरथूना में करीब पांच इंच, गढ़ी, सल्लोपाट, शेरगढ़ में तीन इंच बारिश रिकार्ड की गई। कुछ स्थानों पर कच्चे झोंपड़े ढह गए। कलक्ट्री स्थित बाढ़ नियंत्रण कक्ष के अनुसार इस अवधि में सर्वाधिक 120 मिमी बारिश अरथूना में हुई। इसके अतिरिक्त गढ़ी में 80, सल्लोपाट में 75, शेरगढ़ में 74, बागीदौरा में 71, कुशलगढ़ में 65, सज्जनगढ़ 59, दानपुर में 58, बांसवाड़ा में 29, केसरपुरा में 25, भूंगड़ा में 21, घाटोल व जगपुरा में 15-15 और लोहारिया में दस मिमी बारिश रिकार्ड की गई। इससे पहले सुबह आठ बजे समाप्त बीते 24 घंटे में घाटोल में 69, दानपुर में 38, जगपुरा में 35, भूंगड़ा में 34, लोहारिया में 28, बांसवाड़ा में 26, अरथूना व सल्लोपाट में 21-21, केसरपुरा व गढ़ी में 20-20, शेरगढ़ में 15, बागीदौरा व कुशलगढ़ में 12-12 तथा सज्जनगढ़ में आठ मिमी बारिश रिकार्ड की गई।
कहां-कितनी बारिश
कोटा ———- 1.0
डबोक ——— 29.7
श्रीगंगानगर ——- 0.2
भीलवाड़ा ——— 4.0
चित्तौडगढ़ ———- 76
नागौर —————- 1.5
बूंदी —————— 5.0
कोटा ———- 1.0
डबोक ——— 29.7
श्रीगंगानगर ——- 0.2
भीलवाड़ा ——— 4.0
चित्तौडगढ़ ———- 76
नागौर —————- 1.5
बूंदी —————— 5.0