… तो क्या Gehlot-Pilot से ज़्यादा संकट BJP कैम्प में, 72 विधायक भी पूरे नहीं? जानें क्या है ‘माजरा’

– विधानसभा सत्र से पहले बढ़ने लगी ‘सियासी गर्माहट’, विधायक एक दूसरे पर जमकर लगा रहे आरोप- कर रहे दावे, गहलोत-पायलट-भाजपा खेमों के बीच बयानबाजी परवान पर , अब विधायक राजेन्द्र गुढा का दावा बना चर्चा का विषय, पूनिया को दी चुनौती, खुद का नाम बदलने तक का लिया ‘संकल्प’!

जयपुर।
सियासी उठापटक के बीच कांग्रेस-भाजपा विधायकों में आरोप-प्रत्यारोपों का सिलसिले परवान पर है। 14 अगस्त से शुरू हो रहे विधानसभा सत्र से पहले तो विधायकों के हर बयान चौंकाने वाले आ रहे हैं। कांग्रेस के अशोक गहलोत और सचिन पायलट कैम्प के साथ ही भाजपा की ओर से भी हर दिन आरोप, पलटवार और दावे हो रहे हैं। इसी कड़ी में अब विधायक राजेन्द्र गुढा ने भाजपा को लेकर चौंकाने वाला दावा किया है।

बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए विधायक राजेन्द्र गुढा का एक सनसनीखेज़ दावा सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है। एक चैनल को दिए इंटरव्यू में गुढा ने भाजपा के पास मौजूदा समय में 72 विधायकों का समर्थन तक नहीं होने का दावा किया है।
गुढा ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया को आगामी विधानसभा सत्र के संभावित फ्लोर टेस्ट में पूरे 72 भाजपा विधायकों को पेश करने की चुनौती देते हुए अपना नाम बदलने तक की चेतावनी दे डाली है।
‘..तो मेरा नाम बदल देना’
जैसलमेर में गहलोत कैम्प के विधायक गुढा के इस दावे का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। गुढा ने कहा, ‘मैं गारंटी से कह रहा हूं, सतीश जी पूनिया विधानसभा में 14 तारीख को 72 विधायक को प्रेजेंट कर देना, यदि आप 14 तारीख को आपके 72 विधायकों को बीजेपी के पक्ष में प्रेजेंट कर दोगे तो मेरा नाम बदल देना।”
गौरतलब है कि कांग्रेस के दो खेमों की तर्ज़ पर भाजपा ने भी अपने विधायकों को एकजुट करने और सुरक्षित रखने के लिए बाडाबंदी की रणनीति की कवायद शुरू की है। विधायकों के एक बीच को गुजरात में धार्मिक पर्यटन के नाम से भेजा गया है, जबकि दूसरे बीच में कुछ और विधायकों को भेजे जाने की चर्चा है। हालांकि बताया जा रहा है कि भाजपा संगठन की यह रणनीति पार्टी के कई विधायकों को रास नहीं आ रही है। खबर है कि कुछ विधायकों ने इसपर एतराज जताया है।
गुढ़ा के बयान पर भाजपा का पलटवार
भाजपा विधायक व प्रदेश भाजपा के मुख्य प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने एक बयान जारी कर विधायक राजेन्द्र गुढ़ा के दावे पर पलटवार किया है। शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के इशारे पर कांग्रेस विधायक इस तरह की बातें कर रहे हैं। उन्होंने मांग की कि प्रदेश में वर्तमान हालात को देखते हुए राष्ट्रपति शासन लगाया जाए।
शर्मा ने कहा कि प्रदेश में गहलोत सरकार द्वारा सरकारी मशीनरी के दुरूपयोग से बड़ी घटना होने की आशंका है, प्रदेश में माहौल खराब किया जा रहा है, सरकार बचाने के लिए गहलोत किसी भी हद तक जा सकते हैं। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि विधानसभा सत्र के दौरान विधायकों को अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान की जाए एवं केन्द्रीय सुरक्षा एजेंसियों को लगाया जाए ।
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