रशिया से राजस्थान पहुंची ऑक्सीजन कंसंटे्रटर की पहली खेप, बढ़ते ‘दबाव’ से मिलेगी ‘राहत’!

राजस्थान सतर्क है, ऑक्सीजन की कमी को दूर करने में सरकार के प्रयास लाए रंग, रूस से ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की पहली खेप पहुंची जयपुर, सप्ताह भर में रूस से 1250 कंसंट्रेटर पहुंच जाएंगे

जयपुर।

राजस्थान को रशिया से करीब 100 ऑक्सीजन कंसंटे्रटर की पहली खेप मिल गई है। सप्ताह भर में ऐसी ही कुल 1250 ऑक्सीजन कंसंटे्रटर रशिया से यहां पहुँचने की संभावना है। गौरतलब है की गहलोत सरकार ने प्रदेश में हो रही ऑक्सीजन की कमी को दूर करने के लिए करीब 50 हजार ऑक्सीजन कंसंटे्रटर मंगवाने की योजना बनाई है। उम्मीद की जारी है कि सिलसिलेवार ऑक्सीजन कंसंटे्रटर पहुँचने से अस्पतालों में इसकी बढ़ती मांग को लेकर राहत मिल सकती है।

 

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने बताया है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देश पर ऑक्सीजन की कमी को दूर करने के लिए ऑक्सीजन कंसंटे्रटर की उपलब्धता और खरीद के लिए चिकित्सा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुबोध अग्रवाल के नेतृत्व में प्रीतम बी यशवंत व टीना डाबी की टीम ऑक्सीजन कंसंटे्रटर का निर्माण करने वाले देश जैसे रूस, चीन, दुबई आदि से संपर्क कर मंगवाने की व्यवस्था कर रही है।


चिकित्सा मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देश पर प्रदेश के तीन मंत्रियों की टीम ने दिल्ली जाकर केन्द्रीय मंत्रियाें एवं लोकसभा अध्यक्ष से मुलाकात कर राज्य में कोरोना की वजह से हो रही हालात से अवगत कराया था।

 

270 मेट्रिक टन ऑक्सीजन ही केंद्र करा रहा उपलब्ध
प्रदेश में 615 मेट्रिक टन ऑक्सीजन के मुकाबले भारत सरकार 270 मेट्रिक टन ऑक्सीजन उपलब्ध करवा रही है। इसमें से 100 मेट्रिक टन भिवाड़ी, 70 जामनगर, 60 कलिंगनगर और 40 मेट्रिक टन ऑक्सीजन बुरहानपुर से मिल रही है। इन जगहों से ऑक्सीजन लाने में कई दिन लग जाते है। लेकिन बेहतर योजना बनाकर रेल और एयरफोर्स के जरिए लाने के प्रयास किए जा रहे हैं।

 

सरकार का पूरा ध्यान ऑक्सीजन उपलब्ध कराने पर

डॉ. शर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री ने वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा कर ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर्स की उपलब्धता और प्रदेश में ऑक्सीजन उत्पादन के 59 प्लांट लगाने का भी निर्णय लिया। इन प्लांटों के स्थापित होने के बाद करीब 120 मेट्रिक टन ऑक्सीजन प्राप्त की जा सकेगी । उन्होंने कहा कि सरकार ऑक्सीजन प्लांट लगाने सहित ऑक्सीजन की कमी को पूरी करने के हर संभव प्रयास पर काम कर रही है।

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.