हेमाराम चौधरी के इस्तीफे के बाद विधानसभा ने लिखित बयान जारी किया है। बयान में लिखा गया है कि मंगलवार को विधायक हेमाराम चौधरी का इस्तीफा ई मेल से मिला है, जिस पर नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी। हेमाराम चौधरी बाड़मेर के गुडामालानी से कांग्रेस के विधायक हैं। उन्होंने इस्तीफा क्यों दिया यह अभी साफ नहीं हो पाया, लेकिन सूत्रों की मानें तो अपने क्षेत्र में काम नहीं होने से नाराज होकर उन्होंने इस्तीफा दिया है।
चौधरी ने इस्तीफे का पत्र विधानसभा क्षेत्र सीपी जोशी को भेजा है, हालांकि स्पीकर सीपी जोशी ने पत्र मिलने से अभी इनकार किया है । चौधरी के इस्तीफे से सियासत तेज वरिष्ठ विधायक हेमाराम चौधरी के इस्तीफे से कांग्रेस के अंदरूनी राजनीति में फिर उठापटक तेज हो गई है। हेमा राम चौधरी के इस्तीफे को लेकर कांग्रेस में कयासों का दौर चल पड़ा है। हेमाराम चौधरी 2008 से 2013 तक गहलोत सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे हैं तो वही 2005 से 2008 तक विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रहे है।
वरिष्ठ विधायक हेमाराम चौधरी की बाड़मेर से ही आने वाले राजस्व मंत्री हरीश चौधरी से लंबी अदावत है। दोनों के बीच कई बार तीखी बयानबाजी भी देखने को मिली है। वहीं दूसरी ओर गहलोत मंत्रिमंडल में मंत्री नहीं बनाए जाने से भी हेमाराम चौधरी नाराज बताए जाते हैं। हेमाराम चौधरी कई बार विधानसभा और विधान सभा के बाहर भी गहलोत सरकार को कई बार अपने तीखे सवालों से घेर चुके हैं।