राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र भारतीय जनता पार्टी ‘मिशन 2023 फतह’ के मकसद से जुट गई है। राजसमंद के कुम्भलगढ़ में आज से शुरू हुए दो दिवसीय चिंतन बैठक ( Rajasthan BJP Chintan Baithak ) में इसी संकल्प के साथ तमाम वरिष्ठ नेताओं ने एकजुट होकर हुंकार भरी। मेवाड़ अंचल में हो रही इस चिंतन बैठक को इसलिए भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि इसी क्षेत्र की दो विधानसभा सीटों वल्लभनगर और धरियावद में उपचुनाव भी होने हैं। लिहाज़ा इसी अंचल से पार्टी ने एकजुटता दिखाने और आगामी रणनीति बनाने का सन्देश दिया है।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि जनसंघ के कालखंड से लेकर भाजपा में चिंतन, अभ्यास वर्ग की परम्परा चली आ रही है। पार्टी के कार्यों की निरंतर समीक्षा और भविष्य की कार्ययोजना पर चिंतन किया जाता रहा है। इस चिंतन बैठक में भी पार्टी को निचले स्तर तक सशक्त बनाने के साथ ही प्रदेश में ऐसे सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों पर मंथन करना है जिन्हें जनहित में उठाया जा सके।
कोर कमेटी की भी होगी बैठक
चिंतन बैठक के दौरान ही प्रदेश भाजपा की कोर कमेटी भी अलग से एक बैठक करेगी। इस बैठक में भी पूरा फोकस मिशन 2023 को लेकर होगा। कोर कमेटी की बैठक में कई अहम निर्णय होने की संभावना है।
फिर दिया जा रहा एकजुटता का मंत्र
भाजपा में अंदरूनी गुटबाजी जगजाहिर हो चुकी है। पार्टी को एकजुट रखने के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी कई बार नसीहतें दे चुके हैं। लेकिन बावजूद इसके अंदरूनी गुटबाज़ी नहीं थम रही है। ऐसे में इस चिंतन बैठक में भी पार्टी को एकजुट रहने की नसीहतें दिए जाने की है। इस नसीहत को देने के लिए भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष खासतौर से इस बैठक में शामिल हुए हैं।
चिंतन करने के लिए जुटे वरिष्ठ नेता
चिंतन बैठक में प्रदेश भाजपा से जुड़े तमाम वरिष्ठ नेता कुम्भलगढ़ पहुंचे हुए हैं। इनमें राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष, प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह, प्रदेशाध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, केंद्रीय राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, केंद्रीय राज्य मंत्री कैलाश चौधरी, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया, उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, पूर्व केंद्रीय मंत्री व जयपुर सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़, चित्तौड़गढ़ सांसद सीपी जोशी, राजसमंद सांसद दिया कुमारी, सीकर संसद सुमेधानंद सरस्वती, कुंभलगढ़ विधायक सुरेंद्र सिंह राठौड़, प्रदेश भाजपा महिला मोर्चा अध्यक्ष अलका मूंदड़ा, संगठन महामंत्री चंद्रशेखर, प्रदेश उपाध्यक्ष भजनलाल शर्मा, प्रदेश मंत्री विजेंद्र पूनिया, विधायक वासुदेव देवनानी सहित कई नेता शामिल हैं।
फिर रही वसुंधरा की गैरमौजूदगी
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे चिंतन बैठक में शामिल नहीं हो सकी हैं। उनकी पुत्रवधु के स्वास्थ्य कारणों के चलते वे बीते दिनों संपन्न हुए विधानसभा के शेष रहे सत्र के दौरान भी सदन में मौजूद नहीं रही थी। अब चिंतन बैठक में भी शामिल नहीं हो सकीं हैं।