‘जनता तय कर चुकी है, राजे सरकार को नेस्तनाबूद कर घर भेजना है’

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<p>ashok gehlot </p>
जयपुर। rajasthan assembly election 2018- पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह पर निशाना साधा। गहलोत ने कहा कि अमित शाह पहले अपना घर संभालें। राष्टीय अध्यक्ष की घोषणा के बावजूद उनका अध्यक्ष नहीं बन पाया। उनको ये नहीं भूलना चाहिए। गजेंद्र सिंह शेखावत को अध्यक्ष बनाने के लिए उन्होंने पूरा जोर लगा दिया, लेकिन इसके बावजूद वे शेखावत को अध्यक्ष नहीं बना पाए। उन्हें वसुंधरा राजे के आगे झुकने पड़ा और फैसला रद्द करना पड़ा। उस व्यक्ति को ये कहने का क्या अधिकार है कि कांग्रेस क्या करे क्या न करे।
 

मालूम हो कि एक दिवसीय दौरे पर मंगलवार को जयपुर आए शाह ने कांग्रेस और सहयोगी दलों के गठबंधन के बारे में कहा था कि एक-एक साल के 21 बच्चे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का क्या मुकाबला करेंगे। शाह ने कांग्रेस पर धावा बोलते हुए कहा कि राजस्थान में भाजपा सरकार अंगद का पांव है, उसे कोई उखाड़ नहीं सकता है। कांग्रेस पार्टी तो इसके बारे में सोचे भी नहीं। इस पर गहलोत ने कहा कि शाह ने ओछी भाषा का इस्तेमाल किया यह बहुत शर्मनाक है। इसमें उनका घमंड साफ दिख रहा है। जनता आगामी चुनावों में यह घमंड तोड़ेगी।
 

गहलोत ने मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भाजपा की हालत बहुत खराब है। अमित शाह को वसुंधरा राजे पर कतई विश्वास नहीं है। उनको यकीन है कि मोदी जी आएंगे और जादू की छड़ी घुमा देंगे। गहलोत ने कहा कि सीएम राजे ने असत्य बोलने का पिटारा खोल दिया है। प्रदेश में हालात खराब हैं। हर काम पैसे से हो रहा है। पैसा कहां जा रहा है आप सबको पता है। इसलिए जनता तय कर चुकी है कि इस सरकार को नेस्तनाबूद कर घर भेजना है।
 

राजस्थान में चुनावी रणभेरी के बीच भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने केन्द्र और राज्य सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कार्यकर्ताओं को जीत का मंत्र दिया। शाह ने कांग्रेस पर धावा बोलते हुए कहा कि राजस्थान में भाजपा सरकार अंगद का पांव है, उसे कोई उखाड़ नहीं सकता है। कांग्रेस पार्टी तो इसके बारे में सोचे भी नहीं। शाह ने यह बात मंगलवार को सूरज मैदान में शक्ति केन्द्र सम्मेलन में कहीं। उन्होंने कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं को अब दाएं—बाएं देखने की जरूरत नहीं है, बल्कि वर्ष 2019 के चुनाव पर फोकस करते हुए विधानसभा चुनाव जिताने पर ध्यान दें। यह किसी मुख्यमंत्री या मंत्री का चुनाव नहीं, भाजपा का चुनाव है, इसलिए प्रचंड बहुमत से जिताने की तैयारी करें।
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