Rain: बारिश से रबी फसलों को होगा फायदा

संपूर्ण उत्तर भारत समेत देश के अन्य हिस्सों में सर्दी के मौसम में हो रही बारिश (winter Rainfall in india ) से भले आम जनजीवन प्रभावित हुआ हो, मगर रबी फसलों ( rabi crops ) के लिए आसमान से गिर रही बूंदे अमृत के समान है। कृषि वैज्ञानिक बताते हैं कि इस बारिश से गेहूं ( Wheat ) , चना (gram), सरसों ( Musterd oil ) समेत तमाम रबी फसलों को तो फायदा होगा। साथ ही, सेब ( Apple ) और आम ( Mango ) समेत बागवानी की कई फसलों के लिए भी यह बारिश लाभप्रद है।

<p>Rain: बारिश से रबी फसलों को होगा फायदा</p>
जयपुर। संपूर्ण उत्तर भारत समेत देश के अन्य हिस्सों में सर्दी के मौसम में हो रही बारिश से भले आम जनजीवन प्रभावित हुआ हो, मगर रबी फसलों के लिए आसमान से गिर रही बूंदे अमृत के समान है। कृषि वैज्ञानिक बताते हैं कि इस बारिश से गेहूं, चना, सरसों समेत तमाम रबी फसलों को तो फायदा होगा। साथ ही, सेब और आम समेत बागवानी की कई फसलों के लिए भी यह बारिश लाभप्रद है।
सरसों अनुसंधान निदेशालय के निदेशक डॉ. पी.के. राय ने बताया कि बारिश से सरसों व दूसरी रबी फसलों के लिए फायदेमंद हैं, क्योंकि आसमान से जो बंदूें गिरती हैं, वे फसल के लिए अमृत के समान होती हैं। हालांकि उनका कहना है कि अगर 10 दिन बाद यह बारिश होती तो किसानों को रबी फसलों में दूसरी बार सिंचाई का खर्च बच जाता, क्योंकि फसलों में एक बार पानी पड़ गया है और अभी जो बारिश हो रही है, वह अतिरिक्त ही है। हालांकि, जहां सिंचाई की सुविधा नहीं है, वहां इस मौसम में जो बारिश होती है वह फसलों के लिए काफी लाभप्रद होती है।
गेहूं के उत्पादन में फिर एक नया रिकॉर्ड
इस साल फिर गेहूं की बुवाई काफी जोरदार रही है और मौसम अनुकूल है और आगे भी इसी तरह अनुकूल रहा तो गेहूं के उत्पादन में फिर एक नया रिकॉर्ड बन सकता है। इस समय जहां कहीं भी बारिश हो रही है वहां गेहूं की फसल को काफी फायदा होगा और उत्पादन बढ़ेगा। सेब व दूसरी बागवानी की फसलों के लिए भी यह बारिश लाभप्रद है।
चने की बुवाई सबसे ज्यादा
दलहनी फसलों का रकबा 154.80 लाख हेक्टेयर है, जोकि पिछले साल से 6.67 फीसदी अधिक है। चना की बुवाई सबसे ज्यादा 105.83 लाख हेक्टेयर में हुई है, जो पिछले साल से 5.77 फीसदी ज्यादा है। रबी सीजन की प्रमुख तिलहन फसल सरसों की बुवाई 72.39 लाख हेक्टेयर में हुई है, जो पिछले साल से 8.65 फीसदी ज्यादा है। तिलहनी फसलों का रकबा 80.61 लाख हेक्टेयर है।
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