पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट की राहुल और प्रियंका गांधी से मुलाकात के बाद राजस्थान के सियासी समीकरण बदलते नजर आ रहे है। इसके चलते भाजपा ने भी अपनी रणनीति को बदल लिया है। बसपा विधायकों के कांग्रेस में विलय के फैसले के मद्देनजर भाजपा ने मंगलवार शाम 4 बजे होटल क्राउन प्लाजा में विधायक दल की बैठक रखी थी। मगर अब यह बैठक 12 अगस्त को हो सकती है। उधर विधायकों की प्रशिक्षण के नाम पर होने वाली तीन की बाड़ाबंदी को निरस्त कर दिया गया है। हालांकि पार्टी नेताओं ने कहा है कि बैठक को लेकर मंगलवार सुबह फैसला किया जाएगा।
उपनेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया के आवास पर बैठक के बाद कटारिया ने कहा कि बैठक और प्रशिक्षण को लेकर मंगलवार सुबह फैसला किया जाएगा। प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सतीश पूनियां ने कहा कि गुजरात गए विधायक भी मंगलवार को ही जयपुर पहुंचेंगे। वहीं सोमवार को प्रस्तावित बैठक के मद्देनजर कई विधायक जयपुर पहुंच गए हैं। ऐसे में बैठक 12 को हो सकती है, लेकिन अंतिम फैसला मंगलवार सुबह किया जाएगा।
इनके भीतर का था झगड़ा कटारिया ने कहा कि हम तो पहले से कहते थे यह कांग्रेस के परिवार के भीतर का झगड़ा है, लेकिन मुख्यमंत्री कांग्रेस के आंतरिक कलह के लिए भी भाजपा को जिम्मेदार ठहराते रहे। पूनियां ने कहा कि कांग्रेस यूटर्न लेने में माहिर है। कांग्रेस के 31 दिन के ड्रामे के बाद बहन—भाई की जोड़ी देर से जागी। प्रदेश की जनता केवल परेशान होती रही। अब तो सरकार को जनता के काम करने चाहिए। उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि एक हाई प्रोफाइल ड्रामा का पटाक्षेप हो गया है। दोनों पक्षों में समझौता हो गया, लेकिन सरकार से परेशान राजस्थान की अवाम इसका जवाब देगी।