दूध के लिए पीएम को किया ट्वीट
लॉकडाउन में बैंगलूरु निवासी महिला ने अपने ऑटिज्म पीडित तीन वर्षीय बच्चे के लिए ऊंटनी का दूध मंगवाने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी को ट्वीट किया था। इसके बाद अधिकारियों ने तुंरत कार्रवाई करते हुए अजमेर से मुंबई जा रही मालगाड़ी को फालना स्टेशन पर रूकवाकर पाली जिले के सादड़ी से दूध भिजवाया।
लॉकडाउन में बैंगलूरु निवासी महिला ने अपने ऑटिज्म पीडित तीन वर्षीय बच्चे के लिए ऊंटनी का दूध मंगवाने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी को ट्वीट किया था। इसके बाद अधिकारियों ने तुंरत कार्रवाई करते हुए अजमेर से मुंबई जा रही मालगाड़ी को फालना स्टेशन पर रूकवाकर पाली जिले के सादड़ी से दूध भिजवाया।
फैक्ट फाइल
7 हजार लीटर ऊंटनी का दूध का हो रहा उत्पादन।
दिल्ली, महाराष्ट्र, हैदराबाद समेत कई राज्यों में भेजा जा रहा दूध।
300 रुपए प्रति लीटर तक बिक रहा दूध।
भीलवाडा़ , पाली, उदयपुर, चित्तौडग़ढ़, जैसलमेर और बीकानेर में कई जगह बिक रहा दूध।
7 हजार लीटर ऊंटनी का दूध का हो रहा उत्पादन।
दिल्ली, महाराष्ट्र, हैदराबाद समेत कई राज्यों में भेजा जा रहा दूध।
300 रुपए प्रति लीटर तक बिक रहा दूध।
भीलवाडा़ , पाली, उदयपुर, चित्तौडग़ढ़, जैसलमेर और बीकानेर में कई जगह बिक रहा दूध।
मंथन चल रहा
ऊंटनी के दूध के प्लांट को लेकर कई जगह संभावना तलाशी गई। अब भी उन पर मंथन चल रहा है। फंड भी नहीं मिला। जल्द ही ठोस कदम उठाए जाएंगे ताकि आमजन को दूध मुहैया हो सके।
कन्हैया लाल स्वामी, एमडी, आरसीडीएफ
ऊंटनी के दूध के प्लांट को लेकर कई जगह संभावना तलाशी गई। अब भी उन पर मंथन चल रहा है। फंड भी नहीं मिला। जल्द ही ठोस कदम उठाए जाएंगे ताकि आमजन को दूध मुहैया हो सके।
कन्हैया लाल स्वामी, एमडी, आरसीडीएफ
भटक रहे ऊंटपालक
ऊंटनी का दूध कई बीमारियों में कारगर सिद्ध हुआ है। आमजन को दूध की आसानी से उपलब्धता और ऊंटपालकों को संबंल देने के लिए योजना लाई गई थी। ऊंटपालकों से भी मिलवाया लेकिन सरकार की रूचि नहीं होने से यह आगे नहीं बढ़ पाई। यहीं वजह है कि, ऊंटपालक भटक रहे हैं।
गोवर्धन राईका, पूर्व अध्यक्ष, राजस्थान पशु पालन बोर्ड
ऊंटनी का दूध कई बीमारियों में कारगर सिद्ध हुआ है। आमजन को दूध की आसानी से उपलब्धता और ऊंटपालकों को संबंल देने के लिए योजना लाई गई थी। ऊंटपालकों से भी मिलवाया लेकिन सरकार की रूचि नहीं होने से यह आगे नहीं बढ़ पाई। यहीं वजह है कि, ऊंटपालक भटक रहे हैं।
गोवर्धन राईका, पूर्व अध्यक्ष, राजस्थान पशु पालन बोर्ड