जयपुर। नवनिर्वाचित महापौर विष्णु लाटा ने नगर निगम की कार्यप्रणाली पर खुद ही सवाल खड़े कर दिए। नगर निगम में स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर आयोजित बैठक में अधिकारियों के बीच पीड़ा जाहिर करते हुए कहा कि उन्होंने सीवर लाइन ठीक करवाने के लिए पिछले एक माह से जोन उपायुक्त व नोडल अधिकारी को फोन करते रहे, लेकिन सीवर लाइन ठीक नहीं हुई। हैल्पलाइन में लोग शिकायतें करते हैं, रिकॉर्ड में उसे ठीक कर दिया जाता है, जबकि वे समस्या एेसे की एेसे बनी रहती है। महापौर ने निगम अधिकारियों को हिदायत दी कि जनता की समस्या का तुरंत निस्तारण हो।
स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर आयोजित बैठक में महापौर लाटा ने सफाई व्यवस्था से संबंधित संसाधन खरीदने के अधिकारियों को निर्देश दिए। लाटा ने गार्डन उपायुक्त बद्रीप्रसाद को निर्देश दिए कि गार्डनों को डवलप करने और साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखे। बैठक मंें निगम आयुक्त विजयपाल सिंह ने माना कि सरकारी कार्यालय सबसे गंदे हैं। वहां काम करने वाले अधिकारी व कर्मचारी उन्हें अपना नहीं मानते हैं। उन्होंने कहा कि स्वच्छता सर्वेक्षण में सरकारी कार्यालयों को भी जोड़ा जाएगा। जो कार्यालय सबसे साफ होगा, उसे पुरस्कृत किया जाएगा।