जयपपुर. ग्रेटर नगर निगम में सीवर की समस्या कम होने का नाम नहीं ले रही है। पार्षदों की शिकायतों पर भी सुनवाई नहीं हो रही है। जबकि, निगम सीवरेज संधारण के नाम पर हर महीने 50 लाख रुपए ठेकेदार को दे रहा है।
पार्षदों का कहना है कि जब से ठेकेदार के हाथ में सीवरेज संधारण का काम गया है, तब से दिक्कत और बढ़ गई है। विद्याधर नगर के ढहर के बाला जी मंदिर की ओर जाने वाले रास्ते पिछले दस दिनों से सीवर का पानी सड़क पर बह रहा है। पार्षद दिनेश कांवट यहीं धरने पर बैठ गए। उन्होंने कहा कि जोन अधिकारियों से कई बार फोन कर समस्या के बारे में बता चुके, लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं है। इसी तरह मालवीय नगर जोन में शिकायतों का अंबार है। किसी का शिकायत का निस्तारण समय पर नहीं हो पा रहा है।
पार्षदों का कहना है कि जब से ठेकेदार के हाथ में सीवरेज संधारण का काम गया है, तब से दिक्कत और बढ़ गई है। विद्याधर नगर के ढहर के बाला जी मंदिर की ओर जाने वाले रास्ते पिछले दस दिनों से सीवर का पानी सड़क पर बह रहा है। पार्षद दिनेश कांवट यहीं धरने पर बैठ गए। उन्होंने कहा कि जोन अधिकारियों से कई बार फोन कर समस्या के बारे में बता चुके, लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं है। इसी तरह मालवीय नगर जोन में शिकायतों का अंबार है। किसी का शिकायत का निस्तारण समय पर नहीं हो पा रहा है।
इधर,एक दूसरे पर डाल रहे जिम्मेदारी
—मुख्यालय में शिकायत करो तो अधिकारी कहते हैं कि शिकायतों का निस्तारण जोन स्तर पर होगा। एक्सईएन खुद ही मानते हैं कि ठेकेदार पर पर्याप्त संसाधन नहीं हैं।
—हर सप्ताह मुख्यालय में नियमित रूप से बैठक भी हो रही है। अभी आयुक्त तो कभी कार्यवाहक महापौर को सफाई समिति के अध्यक्ष और लोक वाहन समिति के अध्यक्ष के साथ बैठकें हो रहीं हैं, लेकिन लोगों को कोई फायदा होता नहीं दिखाई दे रहा है।