शहरी सरकार के चुनाव में कई पार्टियों ने नहीं उतारे प्रत्याशी

जयपुर ग्रेटर और जयपुर हैरिटेज एरिया ( Jaipur Greater and Jaipur Heritage areas ) से शहरी सरकार ( urban government ) चुनने की जारी प्रक्रिया में कई पार्टियां सिर्फ कागजों तक ही सिमट कर रह गई हैं।

जयपुर
जयपुर ग्रेटर और जयपुर हैरिटेज एरिया ( Jaipur Greater and Jaipur Heritage areas ) से शहरी सरकार ( urban government ) चुनने की जारी प्रक्रिया में कई पार्टियां सिर्फ कागजों तक ही सिमट कर रह गई हैं। कुछ राजनीतिक पार्टियां ऐसी हैं, जिन्होंने जयपुर शहर के कुल 250 वार्डों में से अपना एक भी प्रत्याशी चुनावी मैदान में नहीं उतारा तो कुछ ऐसी हैं, जिन्होंने चुनाव में नाममात्र की संख्या में ही अपने प्रत्याशियों को खड़ा किया है। चुनाव मैदान में मौजूद प्रत्याशियों की संख्या के आधार पर पार्टियों के वजूद का आंकलन किया जा सकता है।
चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक जयपुर हैरिटेज के 100 और जयपुर ग्रेटर के 150 वार्डों के लिए अभी 1100 से ज्यादा लोग चुनावी मैदान में हैं। जयपुर हैरिटेज के 100 वार्डों से 430 और जयपुर ग्रेटर के 150 वार्डों से 686 कैंडीडेट चुनाव लड़ रहे हैं। इन दोनों नगर निगम क्षेत्रों के 250 वार्डों में से एआईटीएमसी ने एक भी प्रत्याशी चुनावी मैदान में नहीं उतारा है। वहीं, बात करें आरएलपी पार्टी की तो इस पार्टी ने 250 वार्डों में से सिर्फ 1 वार्ड के लिए अपना प्रत्याशी उतारा है। वहीं एनपीपी ने सिर्फ 9 वार्डों में ही भाजपा, कांग्रेस, निर्दलीय समेत अन्य कैंडीडेट से मुकाबला करने के लिए अपने प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारे हैं।

एनसीपी ने जयपुर हैरिटेज के एक वार्ड तो जयपुर ग्रेटर के तीन वार्डोें से तीन प्रत्याशी उतारे हैं। इस तरह 250 वार्डों में से एसीपी के सिर्फ चार वार्डों में ही प्रत्याशी मैदान में हैं। आयोग के आंकड़ों के मुताबिक बसपा ने दोनों नगर निगम क्षेत्रों के लिए 20, सीपीआई ने तीन, सीपीआईएम ने 4 प्रत्याशियों को ही उतारा है। वहीं, निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले कैंडीडेट की संख्या अच्छी खासी है। जयपुर हेरिटेज और जयपुर ग्रेटर के वार्डों से 568 केंडीडेट चुनाव लड़ रहे हैं।

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