बलात्कार के 63 मामले सही तो 49 झूठे जयपुर में इस वर्ष बलात्कार के कुल 210 प्रकरण दर्ज हुए। इनमें पुलिस जांच में 63 प्रकरण में बलात्कार की पुष्टि हुई, जबकि 49 मामले झूठे दर्ज कराए गए। 98 मामलों में अभी अनुसंधान लंबित है। इनमें जयपुर पश्चिम क्षेत्र में 75, पूर्व में 47 और दक्षिण व उत्तर में 44-44 बलात्कार के मामले दर्ज हुए।
बोलते अपराध के आंकड़े अपराध ——— दर्ज —– चालान — अदम वकू — अदम पता — लम्बित
हत्या ———– 44 ——- 15 —— 04 ——- 00 ——- 25
हत्या का प्रयास —- 49 —– 17 —— 03 ——- 01 ——- 28
डकैती ———- 01 ——- 00 —— 00 ——– 00 —— 01
लूट ———— 41 ——- 16——- 00 ——– 03 —— 22
अपहरण ——– 285 —— 30 —— 143 —— 02 —— 110
बलात्कार ——- 210 ——- 63 ——- 49 ——- 00 —— 98
नकबजनी ——- 358 ——- 58 ——- 01 ——- 201 —- 98
हत्या ———– 44 ——- 15 —— 04 ——- 00 ——- 25
हत्या का प्रयास —- 49 —– 17 —— 03 ——- 01 ——- 28
डकैती ———- 01 ——- 00 —— 00 ——– 00 —— 01
लूट ———— 41 ——- 16——- 00 ——– 03 —— 22
अपहरण ——– 285 —— 30 —— 143 —— 02 —— 110
बलात्कार ——- 210 ——- 63 ——- 49 ——- 00 —— 98
नकबजनी ——- 358 ——- 58 ——- 01 ——- 201 —- 98
—- केस — केस एक – घटना हुई, लेकिन सबूत का अभाव बता लगाई एफआर महिला चिकित्सालय की रेजीडेंट डॉक्टर साक्षी गुप्ता ने आत्महत्या की, लेकिन पुलिस ने आत्महत्या के कारणों के सबूत नहीं मिलने पर प्रकरण में एफआर लगा दी।
केस दो – फुटेज होने पर भी एफआर राजधानी जयपुर में सबसे अधिक एफआर पुलिस ने चोरी के मामलों में लगाई। कई जगह सीसीटीवी कैमरे में चोर कैद भी हुए। लेकिन उनके पकड़ में नहीं आने के कारण एफआर लगा दी।