जयपुर पुलिस: 3654 प्रकरणों में लगाई एफआर

इनमें 2508 मामलों में अपराधियों तक नहीं पहुंच सकी और 1146 मुकदमें झूठे पाए गए

<p>पोस्टमार्टम रिपोर्ट व जांच के बाद मर्ग मामले में गैर इरादतन हत्या का अपराध दर्ज</p>
जयपुर. जयपुर पुलिस द्वारा इस वर्ष 3654 आपराधिक प्रकरणों में एफआर लगाई गई। इनमें से 2508 प्रकरणों में पुलिस अपराधियों तक नहीं पहुंच सकी और 1146 प्रकरण झूठे पाए गए। पुलिस के इस अनुसंधान से 2508 मामलों में लोगों को न्याय नहीं मिला, वहीं 1146 झूठे प्रकरणोंं लोगों को फंसने से बचाया। जयपुर कमिश्ररेट पुलिस के मुताबिक, इस वर्ष जनवरी से जुलाई तक कुल 9766 आपराधिक प्रकरण दर्ज हुए। इनमें 2038 आपराधिक मामलों में अपराधियों को गिरफ्तार सलाखों के पीछे पहुंचाया। अभी 4074 प्रकरणों की जांच चल रही है।
बलात्कार के 63 मामले सही तो 49 झूठे

जयपुर में इस वर्ष बलात्कार के कुल 210 प्रकरण दर्ज हुए। इनमें पुलिस जांच में 63 प्रकरण में बलात्कार की पुष्टि हुई, जबकि 49 मामले झूठे दर्ज कराए गए। 98 मामलों में अभी अनुसंधान लंबित है। इनमें जयपुर पश्चिम क्षेत्र में 75, पूर्व में 47 और दक्षिण व उत्तर में 44-44 बलात्कार के मामले दर्ज हुए।
बोलते अपराध के आंकड़े

अपराध ——— दर्ज —– चालान — अदम वकू — अदम पता — लम्बित
हत्या ———– 44 ——- 15 —— 04 ——- 00 ——- 25
हत्या का प्रयास —- 49 —– 17 —— 03 ——- 01 ——- 28
डकैती ———- 01 ——- 00 —— 00 ——– 00 —— 01
लूट ———— 41 ——- 16——- 00 ——– 03 —— 22
अपहरण ——– 285 —— 30 —— 143 —— 02 —— 110
बलात्कार ——- 210 ——- 63 ——- 49 ——- 00 —— 98
नकबजनी ——- 358 ——- 58 ——- 01 ——- 201 —- 98
—- केस —

केस एक – घटना हुई, लेकिन सबूत का अभाव बता लगाई एफआर

महिला चिकित्सालय की रेजीडेंट डॉक्टर साक्षी गुप्ता ने आत्महत्या की, लेकिन पुलिस ने आत्महत्या के कारणों के सबूत नहीं मिलने पर प्रकरण में एफआर लगा दी।
केस दो – फुटेज होने पर भी एफआर

राजधानी जयपुर में सबसे अधिक एफआर पुलिस ने चोरी के मामलों में लगाई। कई जगह सीसीटीवी कैमरे में चोर कैद भी हुए। लेकिन उनके पकड़ में नहीं आने के कारण एफआर लगा दी।
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