जयपुर में नाटक निर्देशन कर चुके विवेक ने फिल्म ‘376डी’ में निभाई मुख्य भूमिका

आईपीसी आर्टिकल 376डी पर आधारित फिल्म में विवेक कुमार ने ‘रेप सर्वाइवर’ का अभिनय कर जनता के सामने रखे कई सवाल।

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सुरेंद्र बगवाड़ा , जयपुर
गुलाबी शहर जयपुर के आईआईएस यूनिवर्सिटी में ‘फूल एंड फुल्स’ नाटक का निर्देशन करने वाले एक्टर विवेक कुमार हाल ही रिलीज फिल्म ‘376डी’ में नजर आए। बिहार के दरभंगा ( Darbhanga ) जिले से निकलकर राष्ट्रीय नाटय विद्यालय, नई दिल्ली में रंगमंच का पाठ पढ़ने के बाद बॉलीवुड ( Bollywood ) में कदम बढ़ाते हुए विवेक ने कई प्रोजेक्ट पूरे किए है।
फिल्म ‘376डी’ के बारे में बातचीत में विवेक ने बताया कि हमारे समाज को सबसे पहले लिंक-राजनीतिक नज़रिया बदलनी होगा। यौन शोषण और बलात्कार क्षमता दिखाने के लिए किया गया विकृत व्यवहार है और इस अपराधियों की ज़िम्मेदारी अपराधियों की है, जेंडर भेदभाव की है लेकिन सर्वाइवर्स की कतई नहीं।
विवेक कहते है कि यह फिल्म लीक से हटकर है। इसमें एक महिला नहीं बल्कि एक पुरुष के साथ यौन उत्पीड़न होता है। ऐसी कोई भी घटना दुर्भाग्यपूर्ण है जिसकी रिपोर्ट दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। इस फिल्म और चरित्र के ज़रिए मुझे एक सर्वाइवर के दृष्टिकोण से उनके दर्द, सामाजिक और कानूनी संघर्ष को समझने और कुछ हद तक महसूस करने का मौक़ा मिला, जिससे मैं एक पुरुष होने के नाते अनभिज्ञ था।
376डी दर्शाती है समाज की जिम्मेदारी

विवेक ने बताया कि आईपीसी सेक्शन 376डी के तहत महिला के साथ होने वाली यौन उत्पीड़न पर कानून में सजा का प्रावधान है, फिल्म 376डी ( IPC Sections 376D ) इस कानून को लेकर सभी जेंडर के प्रति संवेदनशीलता और निष्पक्षता पर भी प्रश्न उठती है। रेप तो रेप होता है, यह किसी जेंडर के लिए विशेष नहीं है। ऐसी आपराधिक घटना किसी भी लिंग-परिचय के इंसान के साथ होती है और उन सभी को कानूनन न्याय का बराबर अधिकार होना चाहिये। यह फिल्म ऐसे अपराध और सर्वाइवर्ज़ के प्रति हमारी सामाजिक जिम्मेदारी को भी दर्शाती है।
मेरा मानना है कि कानून न्याय और दंड का उदाहरण ज़रूर पेश करता है परंतु सामाजिक तौर पर हमें सजग, संवेदनशील और सही दृष्टिकोण रखने की भी उतनी ही जरूरत है। एक व्यक्ति को दूसरे के इच्छा, स्वतंत्रता और चुनाव के प्रति सम्मान भावना से ही ऐसी घटनाओं को पूर्ण रूप से रोका जा सकता है।
विवेक का ऐसा है सफर

विवेक ने बताया कि वह 10वीं के बाद अभिनय में करिअर तलाशने दिल्ली आ गए थे। दिल्ली में 12वीं और स्नातक किया। आने वाले दिनों में ‘लव एट फिफ्थ फ्लोर’ वेबसीरीज आ रही है। ये वेबसीरीज अभी कई इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में प्रदर्शित हो रही है। जल्द ही ओटीटी पर रीलिज होगी। विवेक ने बताया कि उमंग कुमार की निर्देशित संजय दत्त स्टारर फिल्म ‘भूमि’ ( sanjay dutt bhoomi ) , चंद्रप्रकाश दिवेदी निर्देशित टीवी सीरियल ‘सुराज्य संहिता’ में अभिनय किया।
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