हालांकि दूसरे चरण के मुकाबले में तीसरे चरण में मतदान प्रतिशत अधिक रहा। दूसरे चरण में 57.46 फीसदी मतदान हुआ था, जो तीसरे चरण के मतदान से 8 फीसदी ज्यादा है। वहीं पहले चरण में 64. 24 फीसदी मतदान हुआ था।इस लिहाज से सर्वाधिक मतदान तीसरे चरण में हुआ है। अंतिम चरण में अलवर और धौलपुर जिले की 7 पंचायत समितियों के 167 वार्डों और उनसे संबंधित जिला परिषद निर्वाचन क्षेत्रों के लिए मतदान हुआ था। तीसरे चरण में पंचायत समितियों सदस्यों के लिए 606 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं।
29 अक्टूबर को होगा उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला
वहीं दूसरी ओर पहले, दूसरे और तीसरे चरण के उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला अब 29 अक्टूबर को होगा। इस दिन जिला मुख्यालयों पर मतगणना होगी और परिणाम जारी किया जाएगा। इधर तीसरे चरण में शांतिपूर्ण मतदान संपन्न होने के लिए राज्य निर्वाचन आयोग ने मतदाताओं का आभार जताया है।
धीमी रही मतदान की शुरुआती रफ्तार
इससे पहले दोनों जिलों में तीसरे चरण के लिए सुबह 8 बजे मतदान शुरू हुआ। हालांकि मतदान की शुरुआती रफ्तार धीमी रही। सुबह 10 बजे तक 11.88 फीसदी मतदान हुआ। दोपहर 12 बजे तक 27.13 फीसदी, दोपहर 3 बजे तक 50.29 फीसदी मतदान और शाम 5 बजे तक हुआ 53.55 फीसदी मतदान हुआ।
गौरतलब है कि अलवर और धौलपुर जिले में पंचायत जिला परिषद चुनाव तीन चरणों में हुए हैं। पहले चरण के लिए 20 अक्टूबर, दूसरे चरण के लिए 23 अक्टूबर और तीसरे चरण के लिए मंगलवार को मतदान संपन्न हुआ।
इन 7 पंचायतों में हुआ मतदान
पंचायत-जिला परिषद चुनाव के तीसरे और अंतिम चरण के चुनाव में मंगलवार को धौलपुर जिले की पांच और अलवर जिले की 2 पंचायत समितियों में चुनाव संपन्न हुए हैं। धौलपुर जिले की बसेड़ी और सरमथुरा में मतदान हुआ है तो वहीं अलवर जिले की बानसूर, किशनगढ़बास मालाखेड़ा, रामगढ़ और उमरैण पंचाय़त में मतदान हुआ। बता दें कि तीनों चरणों के चुनाव संपन्न होने के बाद अब 29 अक्टूबर को मतगणना होगी और परिणाम जारी किया जाएगा। इसके बाद 30 अक्टूबर को जिला प्रमुख और प्रधान के चुनाव होंगे।