जय गणेश देवा से गूंजेगा शहर, गणपति की होगी घर-घर आराधना

-आज गणेशजी मंदिरों में उमड़ेगे श्रद्धालु, गणेश चतुर्थी पूजन के लिए सिंदूर, डंके, गुड़धानी, चांदी की वर्क, मोदक और पौशाके खरीदी

<p>जय गणेश देवा से गूंजेगा शहर, गणपति की होगी घर-घर आराधना</p>
जयपुर.गणेशजी महाराज का जन्मोत्सव गुरुवार को शहरभर के गणपतिजी के मंदिरों व घरों में श्रद्धा और विश्वास के साथ मनाया जाएगा। घर-घर में द्वारपाल गणेशजी की पूजा-अर्चना कर गुड़धानी का भोग लगाया जाएगा। शहर के सभी द्वारों पर प्रतिष्ठित गणेशजी की पूजा-अर्चना की जाएगी। पूर्व दिवस पर बुधवार को सभी गणेश मंदिरों में सिंजारा महोत्सव मनाया गया। सिंजारे पर गणेशजी को मेंहदी धारण कराकर भक्तों में वितरित की गई। इस अवसर पर गणेशजी महाराज का विशेष श्रंगार किया गया। गणपतिजी के सिंजारे की मेहंदी को पाने के लिए भक्तों में अपार श्रद्धा रही। इस दौरान हर कोई सगुन की मेहंदी को पाने के लिए लालायित दिखे।
 

पूजन सामानों की खरीददारी

बुधवार को लोगों ने गणेश चतुर्थी पूजन के लिए सिंदूर, डंके, गुड़धानी, चांदी की वर्क, मोदक और पौशाके खरीदी गई। शहर के प्राचीन गढ़ गणेश, मोती डूंगरी गणेशजी, चांदपोल स्थित परकोटे वाले गणेशजी, ब्रह्मïपुरी स्थित नहर के गणेशजी, चौड़ा रास्ता स्थित काले गणेशजी, दिल्ली रोड बंगाली बाबा आश्रम स्थित गणेश सहित सभी गणेश मंदिरों में गणेश चतुर्थी पर विभिन्न धार्मिक आयोजन होंगे। सुबह गणपतिजी का श्रेष्ठï मुहूर्त में पंचामृत अभिषेक कर विशेष पौशाक धारण कराई जाएगी। अर्थवशीर्ष मंत्रों के साथ मोदकों का भोग लगाया जाएगा। श्रद्धालु सुबह से देर रात तक दर्शन कर सुख-समृद्धि की कामना करेंगे। मोतीडूंगरी गणेशजी मंदिर में गुरुवार सुबह चार बजे मंगला आरती होगी। सुबह सवा ग्यारह बजे विशेष पूजन होगा। साढ़े ग्यारह बजे श्रंगार आरती होगी। इसके बाद श्रंगार के लिए पट मंगल होंगे जो कि दोपहर तीन बजे खुलेंगे, उसी समय भोग आरती होगी। यहां शाम सात बजे संध्या तथा रात्रि 11.45 बजे शयन आरती होगी। दर्शनों के लिए महिलाओं और पुरुष श्रद्धालुओं के अलग-अलग व्यवस्था रहेगी।

रुपए की मजबूती की करेंगे कामना
संस्कृति युवा संस्था की ओर से सांगानेर के सांगानेर हाउस में गणेशजी को अलग-अलग समय के भारतीय सिक्कोंऔर नोटों से सजाया जाएगा।

 

 

 
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