सरकार के खिलाफ फिर खोला मोर्चा, 14 अक्टूबर से आमरण अनशन पर उपेन यादव
राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष उपेन यादव ने एक बार आंदोलन का ऐलान कर दिया है। उन्होंने कहा कि यदि सात दिन में रीट और एसआई भर्ती परीक्षा में हुई धांधली का पर्दाफाश नहीं किया गया, बत्तीलाल को गिरफ्तार नहीं किया गया तो वह 14 अक्टूबर से आमरण अनशन पर बैठेंगे।
<p>fraud in Reet n SI recruitment exam- सरकार के खिलाफ फिर खोला मोर्चा, 14 अक्टूबर से आमरण अनशन पर उपेन यादव</p>
सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलेंगे उपेन यादव
राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष हैं उपेन
कहा, पिछले 9 साल से युवा बेरोजगारों के लिए निस्वार्थ संघर्ष किया है
लाखों बेरोजगारों का उसका परिणाम भी मिला
ना किसी सरकार की दलाली की है ना किसी सरकार के सामने झुका
मेरे युवाओं के लिए हमेशा लड़ा हूं
फर्जीवाड़े पेपर लीक और धांधलीयो के मामले को दबाने नहीं दूंगा
अंतिम सांस तक लड़ाई लडूंगा
यदि सरकार ने 7 दिन के अंदर बत्तीलाल मीणा को नहीं पकड़ा और
रीट, एसआई भर्ती में पेपरलीक का पर्दाफाश नहीं किया
तो 14 अक्टूबर से करेंगे आमरण अनशन
जयपुर
चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा के साथ हुई वार्ता के बेनतीजा रहने के बाद बुधवार को राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष उपेन यादव ने एक बार आंदोलन का ऐलान कर दिया है। उन्होंने कहा कि यदि सात दिन में रीट और एसआई भर्ती परीक्षा में हुई धांधली का पर्दाफाश नहीं किया गया, बत्तीलाल को गिरफ्तार नहीं किया गया तो वह 14 अक्टूबर से आमरण अनशन पर बैठेंगे। उपेन ने बेरोजगारों पर दर्ज मुकदमे वापस लेने के साथ ही परीक्षा में फर्जीवाड़ा करने वालों के खिलाफ गैर जमानती कानून बनाए जाने की भी मांग साथ ही रीट, एसआई भर्तीपरीक्षा की जांच सीबीआई से करवाए जाने की मांग भी की है।
उपेन ने कहा उन्होंने पिछले 9साल में बेरोजगारों के लिए निस्वार्थ संघर्ष किया है प्रदेश के लाखों बेरोजगारों को इसका परिणाम भी मिला और आज वह सरकारी नौकरी कर रहे हैं। मैं ना कभी सरकार की दलाली की और ना किसी के सामने झुका हूं। मैं हमेशा युवाओं के लिए ही लड़ा हूं। उनका यह भी कहना था कि फर्जीवाड़े, पेपर लीक और धांधलियों के मामले को दबाने नहीं दूंगा और अपनी आखिरी सांस तक संघर्ष करूंगा।
उपेन ने कहा कि
गौरतलब है कि मंगलवार को उपेन के नेतृत्व में बेरोजगार युवाओं ने शहीद स्मारक पर रीट, एसआई और जेईएन भर्ती परीक्षाओं में हुई कथित धांधली की जांच कराने सहित कई मांगों को लेकर धरना दिया था। इस दौरान शाम छह बजे सरकार की ओर से वार्ता का प्रस्ताव आया। चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा के निवास पर बेरोजगारों के प्रतिनिधिमंडल की वार्ता हुई। वार्ता में चिकित्सा मंत्री ने उनसे रीट भर्ती मामले में तथ्यात्मक सबूत मांगे थे, वहीं प्रतिनिधिमंडल भी वार्ता से संतुष्ट नहीं हुआ। इससे पहले अपनी इन्हीं मांगों को लेकर उपेन ने सीएम अशोक गहलोत से भी मुलाकात की थी।