सेवा कार्यों पर भारी कोरोना का कहर, दूरी बनाने लगे कांग्रेस कार्यकर्ता

– प्रदेश में कोरोना से अब तक कई कांग्रेस कार्यकर्ताओं की मौत से हड़कंप, सेवा कार्यों के लिए शुरू हुए कांग्रेस कंट्रोल भी बंद होने के कगार पर

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जयपुर। प्रदेश में इन दिनों कोरोना का कहर सेवा कार्यों में जुटे हुए लोगों पर भारी पड़ रहा है। अब तक दवाइयों, ऑक्सीजन अस्पतालों में बेड दिलाने और जरूरतमंद को भोजन उपलब्ध करवाने के काम में लगे कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कोरोना के कहर के चलते अब सेवा कार्यों से दूरी बनाना शुरू कर दिया है।

दरअसल इसकी एक वजह प्रदेश में कोरोना से कांग्रेस कार्यकर्ताओं की मौत होना भी है। पिछले एक सप्ताह में प्रदेशभर में कई कांग्रेस कार्यकर्ताओं की कोरोना से मौत हो चुकी है, जिससे सेवा कार्यों में लगे कांग्रेस नेता और कार्यकर्ताओं में कोरोना को लेकर अंदर खाने डर बैठ गया है और उसके बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने धीरे-धीरे सेवा कार्यों से दूरी बनाना शुरू कर दिया है।

कांग्रेस के कंट्रोल रूम भी बंद होने के कगार पर
वहीं दूसरी ओर लोगों की हर संभव मदद के लिए प्रदेश कांग्रेस की ओर से शुरू किए गए कंट्रोल रूम भी कोरोना की मार के चलते बंद होने के कगार पर पहुंच गए हैं। अधिकांश नेताओं ने कंट्रोल रूम से दूरी बना ली है तो वहीं प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में संचालित कंट्रोल रूम से भी यहां तैनात नेताओं ने दूरी बनाना शुरू कर दिया।

महज कंट्रोल रूम में अब केवल औपचारिकता ही निभाई जा रही है। यही हाल जिलों के कांग्रेस कंट्रोल रूम का भी है जहां पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कोरोना के डर के चलते कंट्रोल रूम से पूरी तरह से दूरी बना रखी है।

अग्रिम संगठन भी जुटे हैं सेवा कार्यों में
इधर कांग्रेस के अग्रिम संगठनों एनएसयूआई, युवा कांग्रेस और सेवादल भी जरूरतमंद लोगों को निःशुल्क भोजन उपलब्ध करवा रहा है लेकिन अब कोरोना को लेकर अग्रिम संगठनों के कार्यकर्ताओं में भी डर बैठ गया है।

युवा कांग्रेस के एक प्रदेश पदाधिकारी की कोरोना से मौत होने के बाद सेवा कार्यों में लगे अग्रिम संगठनों के कार्यकर्ताओं ने भी धीरे-धीरे इससे दूरी बनाना शुरू कर दिया है। दरअसल दूरी बनाने की एक वजह यह भी है कि कोरोना महामारी में कांग्रेस कार्यकर्ता अपने परिचितों को ही दवाइयां और ऑक्सीजन उपलब्ध करवाने में असफल रहे हैं। ऐसे में कार्यकर्ताओं शंका इस बात की है कि अगर वे कोरोना की चपेट में आ गए तो उनके लिए जीवन रक्षक दवाइयां कौन उपलब्ध करवाएगा? इसी के चलते कार्यकर्ताओं ने अब स्वयं की चिंता करते हुए सेवा कार्यों से दूरी बना ली है।

वैक्सीनेशन की उठने लगी है मांग
वही सेवा कार्यों में लगे कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं को अलग से वैक्सीनेशन लगवाने की मांग भी कई बार उठ चुकी है। अग्रिम संगठनों के साथ ही कांग्रेस नेताओं ने भी मुख्यमंत्री गहलोत और पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा को पत्र लिखकर सेवाकार्य में लगे कांग्रेस नेताओं कार्यकर्ताओं को वैक्सीनेशन लगाने की मांग की है, लेकिन न तो सरकार और न ही संगठन कार्यकर्ताओं की मांगों पर कोई दिलचस्पी दिखा रहा है। इसके बाद से कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेता सेवा कार्यों से दूर होते जा रहे हैं।

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