सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि कोरोना वायरस चार दिनों तक गले में मौजूद रहता है। साथ ही यह भी दावा किया गया है कि पानी पीने या गरारे करने से वायरस खत्म हो जाता है। राजस्थान पत्रिका की फैक्ट चैक टीम ने इस दावे की जांच की तो पता चला कि यह दावा गलत है। पोस्ट की जांच में सच्चाई सामने आई कि अब तक इस बात का कोई प्रमाण नहीं है कि कोरोना वायरस चार दिनों तक गले में रहता है। विशेषज्ञों का कहना है कि पानी पीना या नमक के पानी से गरारे करना एक अच्छी आदत है, लेकिन यह कोरोना वायरस को ठीक नहीं कर सकता है।
यह हो रहा वायरल
फेसबुक पर राजेंद्र राय ओशो प्रेमी नाम के एक यूजर ने इस पोस्ट को शेयर किया है। सोशल मीडिया पर वायरल इस पोस्ट में लिखा है कि “कोरोना वायरस फेफड़ों तक पहुंचने से पहले चार दिनों तक गले में मौजूद रहता है। इस समय व्यक्ति को खांसी होती है और गले में दर्द भी होता है। अगर वह इस दौरान पानी पीता है और गर्म पानी में नमक/सिरके डालकर गरारे करता है तो वायरस खत्म हो जाता है। यह जानकारी लोगों तक पहुंचाएं क्योंकि आप इस जानकारी से किसी को बचा सकते हैं।”
फेसबुक पर राजेंद्र राय ओशो प्रेमी नाम के एक यूजर ने इस पोस्ट को शेयर किया है। सोशल मीडिया पर वायरल इस पोस्ट में लिखा है कि “कोरोना वायरस फेफड़ों तक पहुंचने से पहले चार दिनों तक गले में मौजूद रहता है। इस समय व्यक्ति को खांसी होती है और गले में दर्द भी होता है। अगर वह इस दौरान पानी पीता है और गर्म पानी में नमक/सिरके डालकर गरारे करता है तो वायरस खत्म हो जाता है। यह जानकारी लोगों तक पहुंचाएं क्योंकि आप इस जानकारी से किसी को बचा सकते हैं।”
जांच
राजस्थान पत्रिका की फैक्ट चैक टीम ने सोशल मीडिया पर इस वायरल दावे की जांच शुरू की। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार कोविड-19 का इन्क्यूबेशन पीरियड जो कि वायरस के संपर्क में आने और लक्षण शुरू होने के बीच का है, औसतन 5-6 दिन है। हालांकि यह 14 दिनों तक हो सकता है। वहीं अब तक इस बात का कोई सबूत नहीं है कि कोरोना वायरस 4 दिनों तक गले में रहता है। वायरल हो रही पोस्ट में आगे लिखा है कि बहुत सारा पानी पीने और गर्म पानी में नमक या सिरके के साथ गरारे करने से वायरस खत्म हो जाता है। यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार कोरोना वायरस को रोकने के लिए फिलहाल कोई वैक्सीन नहीं है।
राजस्थान पत्रिका की फैक्ट चैक टीम ने सोशल मीडिया पर इस वायरल दावे की जांच शुरू की। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार कोविड-19 का इन्क्यूबेशन पीरियड जो कि वायरस के संपर्क में आने और लक्षण शुरू होने के बीच का है, औसतन 5-6 दिन है। हालांकि यह 14 दिनों तक हो सकता है। वहीं अब तक इस बात का कोई सबूत नहीं है कि कोरोना वायरस 4 दिनों तक गले में रहता है। वायरल हो रही पोस्ट में आगे लिखा है कि बहुत सारा पानी पीने और गर्म पानी में नमक या सिरके के साथ गरारे करने से वायरस खत्म हो जाता है। यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार कोरोना वायरस को रोकने के लिए फिलहाल कोई वैक्सीन नहीं है।
यह करके वायरस को रोक सकते हैं – अपने हाथ धोते रहने चाहिए।
– बीमार लोगों के संपर्क में आने से बचना चाहिए।
– जब आप दूसरों के आसपास हों तो अपने मुंह और नाक को कपड़े ढंक लें।
– जिन चीजों को आप रोजाना छूते हैं उन्हें लगातार साफ करते रहें।
– बीमार लोगों के संपर्क में आने से बचना चाहिए।
– जब आप दूसरों के आसपास हों तो अपने मुंह और नाक को कपड़े ढंक लें।
– जिन चीजों को आप रोजाना छूते हैं उन्हें लगातार साफ करते रहें।
वायरल पोस्ट में किए गए दावे का हमने एक जानकार से पूछा तो उन्होंने बताया कि ऐसा कोई सबूत नहीं है कि जिससे यह साबित हो कि कोरोना वायरस 4 दिनों तक गले में रहता है। गर्म पानी पीने की सलाह दी जाती है, लेकिन यह इसका इलाज नहीं है। हल्के जुकाम में नमक के गर्म पानी से गरारा करने पर मदद मिल सकती है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि यह कोरोना वायरस को ठीक कर सकता है।
सच
राजस्थान पत्रिका की फैक्ट चैक टीम को जांच में पता चला कि कोरोना वायरस के 4 दिनों तक गले में रहने का दावा करने वाली पोस्ट फर्जी है। इस दावे को साबित करने के लिए कोई सबूत मौजूद नहीं है। इसके अलावा पानी पीना या नमक के पानी से गरारे करना गले की खराश के लिए अच्छा है, लेकिन यह कोरोना वायरस को ठीक नहीं कर सकता है।
राजस्थान पत्रिका की फैक्ट चैक टीम को जांच में पता चला कि कोरोना वायरस के 4 दिनों तक गले में रहने का दावा करने वाली पोस्ट फर्जी है। इस दावे को साबित करने के लिए कोई सबूत मौजूद नहीं है। इसके अलावा पानी पीना या नमक के पानी से गरारे करना गले की खराश के लिए अच्छा है, लेकिन यह कोरोना वायरस को ठीक नहीं कर सकता है।