राजस्थान के 1 करोड़ 40 लाख बिजली उपभोक्ताओं को झटका, देना होगा प्रति यूनिट 10 पैसे फ्यूल सरचार्ज

कोरोनाकाल में बिजली की बिलों की मार झेल रहे उपभोक्ताओं से अब फ्यूल सरचार्ज के नाम पर वसूली कर उनकी कमर तोड़ने की तैयारी शुरू हो गई है। उपभोक्ताओं की जेब पर यह भार अगले माह मिलने वाले बिल के साथ पड़ेगा।

<p>राजस्थान के उपभोक्ताओं की जेब पर पड़ेगा 500 करोड़ का भार तीन माह के दौरान बिजली कम्पनियां वसलेंगी फ्यूल सरचार्ज अकेले जयपुर डिस्काॅम वसूलेगा उपभोक्ताओं से 180 करोड़ प्रदेश के एक करोड़ 40 लाख उपभोक्ताओं पर पड़ेगा भार छह माह पहले भी वसूला गया था फ्यूल सरचार्ज कृषि कनेक्शन पर भी वसूला जाएगा सरचार्ज, पैसा [&hellip;]</p>
जयपुर। कोरोनाकाल में बिजली की बिलों की मार झेल रहे उपभोक्ताओं से अब फ्यूल सरचार्ज के नाम पर वसूली कर उनकी कमर तोड़ने की तैयारी शुरू हो गई है। उपभोक्ताओं की जेब पर यह भार अगले माह मिलने वाले बिल के साथ पड़ेगा। आगामी तीन माह तक सभी श्रेणी के उपभोक्ताओं से फ्यूज सरचार्ज के नाम पर 10 पैसे प्रतियूनिट वसूला जाएगा। वसूली में कृषि श्रेणी के उपभोक्ता भी शामिल होंगे, फर्क इतना है कि उनका भार सरकार वहन करेगी।
उधर, जनरेटिंग थर्मल पावर हाउस को होने वाले घाटे की वसूली का बोझ उपभोक्ताओं पर डाला जा रहा है। प्रदेश की तीनों वितरण कम्पनियों की बात करें तो आगामी तीन के दौरान उपभोक्ताओं से फ्यूल सरचार्ज के नाम पर करीब 500 करोड़ रुपए की वसूली होगी, जिसमें अकेले जयपुर डिस्काॅम को 180 करोड़ रुपए मिलेंगे। छह माह पहले भी फ्यूल सरचार्ज के नाम पर उपभोक्ताओं से वसूली की जा चुकी है, उस दौरान भी उपभोक्ताओं को भारी बिल थमाए गए थे। प्रदेश में एक करोड़ 40 लाख विद्युत उपभोक्ता हैं और हर उपभोक्ता को प्रतियूनिट 10 पैसे फ्यूल सरचार्ज के देने होंगे।
प्रदेशभर में पांच माह के कोरोना कारोना चल रहा है। ऐसे में बिजली कम्पनियां उपभोक्ताओं के बिलों की राशि कम या माफ करने की बजाय, उन्हें बिल के बोझ के तले दबाने पर तुली हुई है। बिजली कम्पनियों की माने प्रदेश को बिजली देने वाले जनरेटिंग पावर हाउसों में कोयला महंगा आने के कारण वह एरियर की मांग कर रही है और एरियर का पैसा उपभोक्ता की जेब से वसूलाने का निर्णय किया गया है।
डिस्काॅम के आला अधिकारी विद्युत विनियामक आयोग के फैसले का हवाला देते हुए फ्यूल सरचार्ज वसूलेंगे। उनका कहना है कि आयोग ने पूर्व में ही निर्णय कर दिया था कि यदि जनरेटिंग पावर हाउसों को किसी प्रकार का घाटा होता है और उन कम्पनियों को एरियर देने की बात आए तो यह पैसा उपभोक्ताओं के बिल की राशि में वसूला जाना चाहिए। जबकि बिजली कम्पनियां टैरिफ में लगातार बदलाव कर उपभोक्ताओं से लगातार वसूली कर रही है।
अब फ्यूल सरचार्ज का खेल चलेगा। बिजली कम्पनियों का यहां तक कहना है कि फ्यूल सरचार्ज तो पिछले साल अक्टूबर, नवंबर और दिसंबर में वसूलना था, जिसे कोराेना के चलते अब सितंबर, अक्टूबर और नवंबर के बिल के साथ वसूला जाएगा। जयपुर, जोधपुर और अजमेर डिस्काॅम करीब 500 करोड़ रुपए की वसूली करेगा, जिसमें से जयपुर डिस्काॅम 180 करोड़ रुपए उपभोक्ताओं की जेब से निकालने की तैयारी मे जुट गया है।
फैक्ट फाइल
वर्तमान में घरेलू उपभोक्ताओं की एवरेज प्रतियूनिट 7 रुपए पड़ रही है।
पहले 6.80 रुपए पड़ रही थी।
अघरेलू आठ रुपए एवरेज पड़ रही है
इसी साल फरवरी में ही टैरिफ में बदलाव किया गया
5 प्रतिशत का भार बढ़ गया था
कृषि कनेक्शन 15 लाख
घरेलू उपभोक्ता 115 लाख
अघरेलू उपभोक्ता 9 लाख
उद्योग 3 लाख
-जनेरिटंग थर्मल पावर हाउसों को एरियर के रूप में फ्यूल सरचार्ज के रूप में वसूला पैसा दिया जाएगा। यह पैसा तो हमें पिछले साल अक्टूबर नंवबर और दिसंबर के बिल में वसूलना था, लेकिन कोरोना के चलते यह राशि नहीं वसूली जा सकी। इस राशि को अब आगामी तीन माह के बिलों के दौरान जोड़कर दिया जाएगा। प्रदेश के एक करोड़ 40 लाख उपभोक्ताओं से फ्यूल सरचार्ज वसूला जाएगा। जयपुर डिस्काॅम में आगामी तीन माह के दौरान करीब 180 करोड़ रुपए फ्यूल सरचार्ज वसूला जाएगा।
-ए.के. गुप्ता, निदेशक, जयपुर डिस्काॅम।
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