अच्छी खबर: ट्रायल में जयपुर से बस्सी के बीच 110 की गति से दौड़ा इंजन

आखिरकार राजधानी को इलेक्ट्रिक ट्रेन की सौगात मिल गई। यहां रेलमार्ग विद्युतीकरण का लंबे समय से चल रहा काम पूरा हो गया है। काम पूरा होने पर शुक्रवार को पहला ट्रायल भी हो गया।

<p>आखिरकार राजधानी को इलेक्ट्रिक ट्रेन की सौगात मिल गई। यहां रेलमार्ग विद्युतीकरण का लंबे समय से चल रहा काम पूरा हो गया है। काम पूरा होने पर शुक्रवार को पहला ट्रायल भी हो गया।</p>
जयपुर। आखिरकार राजधानी को इलेक्ट्रिक ट्रेन की सौगात मिल गई। यहां रेलमार्ग विद्युतीकरण का लंबे समय से चल रहा काम पूरा हो गया है। काम पूरा होने पर शुक्रवार को पहला ट्रायल भी हो गया। जयपुर रेलवे स्टेशन से शुक्रवार शाम पांच बजे इलेक्ट्रिक इंजन बस्सी के लिए रवाना हुआ, जो 110 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ा। जयपुर बस्सी के बीच आवाजाही 64 किमी की ट्रायल सफल रही।
संभवत: अगले सप्ताह तक कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी (सीआरएस) निरीक्षण हो जाएगा। इसके बाद अजमेर और दिल्ली के बीच दिवाली तक विद्युतीकृत ट्रेनें शुरू हो जाएगी। सफल ट्रायल से रेलवे अधिकारियों में खुशी का माहौल दिखा। 125 साल के इतिहास में जयपुर रेलवे स्टेशन से पहली बार इलेक्ट्रिक इंजन दौड़ते नजर आया है।
परियोजना (जयपुर) अधिकारी पीएल मीना के मुताबिक अब यात्रियों को गंतव्य स्थान पर 20 मिनट पहले पहुंचेंगे। इसके साथ लंबी दूरी की ट्रेनों के इंजन बदलने की समस्या भी खत्म हो जाएगी।

फिर अहमदाबाद तक दौड़ेगी इलेक्ट्रिक ट्रेन
अजमेर से गुडिय़ा और दोराई से मदार के बीच भी विद्युतीकरण का काम तेजी से चल रहा है। इसके जनवरी तक पूरा होने की उम्मीद है। इसके बाद जयपुर होते हुए दिल्ली से अहमदाबाद तक इलेक्ट्रिक ट्रेन दौड़ेगी। इसके अलावा जयपुर से सवाईमाधोपुर और जयपुर से रींगस के बीच भी काम तेजी से चल रहा है।
यह होगा फायदा
सौ किलोमीटर के सफर में दस मिनट की बचत होगी
इलेक्ट्रिक इंजन से प्रदूषण कम होगा।

यह बोले अधिकारी
जयपुर से अजमेर, जयपुर से दिल्ली के बीच विद्युतीकरण कार्य पूरा हो गया है। सीआरएस के लिए फाइल उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्यालय में भेज दी गई है। यहां इंजन का ट्रायल शुरू हो गया। सीआरएस इंस्पेक्शन के बाद ट्रेनों का संचालन हो सकेगा।
महेश शर्मा, वरिष्ठ जनसंपर्क अधिकारी,रेलवे विद्युतीकरण परियोजना
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