इस बार ना सूख जाएं पेड़ पौधे

पेड़ पौधों की देखभाल करने की मांगराजस्थान प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षक ने की मांगपिछले साल लॉकडाउन में सूख गए थे पौधे



जयपुर।
पिछले वर्ष लोकडाउन के दौरान स्कूलो और कार्यालयों में लाखों पौधे सूख गए थे। जिसे ध्यान में रखते हुए राजस्थान प्राथमिक एवं शिक्षक संघ के प्रदेशाध्यक्ष शशि भूषण शर्मा ने प्रदेश के सभी राजकीय विद्यालयों एवं अन्य कार्यालयों में लगे लाखों पेड.पौधों को पानी, सुरक्षा एवं समुचित देखभाल के लिए संस्था प्रधानों व कार्यालयाध्यक्षों को स्पष्ट प्रशासनिक आदेश दिए जाने की मांग की है। इस संदर्भ में मुख्यमंत्री को संगठन की ओर से पत्र लिखा गया है। शर्मा ने बताया कि प्रतिवर्ष स्कूलों व अन्य राजकीय कार्यालयों में लाखों पौधे पौधरोपण कार्यक्रम चला कर लगाए जाते हैं। अचानक स्कूल कार्यालय बंद होने के आदेश जारी हो गए। ऐसे में संभावना है कि जब कोई कार्मिक वहां जाएगी ही नहीं तो लाखों हरे पेड़ पौधे सूख जाएंगे। संस्था प्रधान भी प्रशासनिक आदेशों का हवाला देकर इनकी देखभाल के दायित्व से मुंह मोड़ लेते हैं। गत वर्ष पोद्दार स्कूल में इसी प्रकार बड़ी संख्या में पौधे सूख गए थे।
संगठन के प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष विपिन प्रकाश शर्मा का कहना है कि एक पेड़ लगाने तथा उसे बड़ा करने में कई साल तक कई कार्मिक कड़ी मेहनत करते हैं। इनका सूख जाना जनहानि से भी अधिक भयावह है। पेड़ पौधे प्राकृतिक ऑक्सीजन का भंडार है। इनका संरक्षण मानव जीवन के लिए अनिवार्य है। इसलिए पूरे प्रदेश में इस संबंध में प्रशासनिक आदेश जारी करवा कर पेड़ पौधों की उचित देखभाल सुनिश्चित की जानी चाहिए। वहीं संगठन के प्रदेश मंत्री अंजनी कुमार शर्मा ने बंद की अवधि में पक्षियों के लिए पंरिडे लगाकर पेयजल की समुचित व्यवस्था की अपील की है।
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