जाने-माने कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर की गिरफ्तारी की खबर ने राजस्थान में उनके अनुयायियों को झटका दे दिया। उन्हें एससी-एसटी एक्ट के खिलाफ चल रहे सवर्णों के आंदोलन की अगुवाई करने की वजह से आगरा पुलिस ने मंगलवार को नाटकीय अंदाज में गिरफ्तार किया। उनकी गिरफ्तारी उस समय हुई जब वे एक प्रेसवार्ता को सम्बोधित करने जा रहे थे। इससे पहले की वो मीडिया से मुखातिब होते, वहां पुलिस पहुंच गई और उन्हें गिरफ्तार करके ले गई। हालांकि बाद में निजी मुचलके पर उन्हें रिहा कर दिया गया। पुलिस हिरासत से छूटने के बाद देवकी नंदन ठाकुर ने लोगों और देशवासियों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
राजस्थान में हैं हज़ारों अनुयायी
कथावाचक देवकीनंदन के देशभर में लाखों की संख्या में अनुयायी हैं। राजस्थान में भी इनकी संख्या हज़ारों में है। वे कई बार राजधानी जयपुर समेत विभिन्न ज़िलों में धार्मिक आयोजन में शरीक हो चुके हैं। प्रदेश में होने वाले उनके हर आयोजन में भरी संख्या में भक्तों की भीड़ उमड़ती है। हाल ही में अगस्त महीने के पहले सप्ताह में वे जयपुर के न्यू गेट स्थित रामलीला मैदान में श्रीमद भागवत कथा आयोजन करने पहुंचे थे।
ये कहना है अनुयायियों का
देवकीनंदन ठाकुर की गिरफ्तारी पर राजस्थान में रहने वाले अनुयायियों ने नाराज़गी ज़ाहिर की है। उनका कहना है कि किसी मुद्दे का लोकतांत्रिक तरीके से विरोध करने पर गिरफ्तारी सही नहीं है।
इसलिए हुई गिरफ्तारी
दरअसल, कथावाचक देवकी नंदन ठाकुर मंगलवार को आगरा में सवर्ण वर्ग के साथ एससी एसटी एक्ट के विरोध में रणनीति बनाने के लिए पहुंचे थे। वे इस आंदोलन की अगुवाई कर रहे हैं। लेकिन थाना हरीपर्वत पुलिस ने उन्हें प्रेसवार्ता करने से पहले की हिरासत में ले लिया। पुलिस ने हिरासत में लेने के बाद कहा कि आगरा में धारा 144 लागू है और कथावाचक देवकी नंदन ठाकुर के पास कोई परमीशन नहीं थी। गिरफ्तारी के बाद कथावाचक देवकी नंदन ठाकुर ने कहा कि ये लोकतंत्र की हत्या है।
सेमरा में होनी थी ठाकुरों की महापंचायत खंदौली थाना क्षेत्र के सेमरा गांव में ठाकुरों ने एससी एक्ट के विरोध में महापंचायत का ऐलान किया था। पुलिस ने ये महापंचायत नहीं होने दी। इसके बाद कथावाचक देवकी नंदन ठाकुर ने महापंचायत में आने का ऐलान किया तो पुलिस प्रशासन के होश फाख्ता हो गए। पुलिस प्रशासन ने उन्हें सेमरा में बैठक करने की इजाजत नहीं दी। कमला नगर के एक रेस्टोरेंट में कथावाचक देवकी नंदन ठाकुर प्रेसवार्ता कर रहे थे, उसी दौरान उन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने हवाला दिया कि प्रेसवार्ता के लिए अनुमति नहीं थी। इसके बाद उन्हें पुलिस लाइन में ले जाया गया। पुलिस लाइन में उन्हें मुचलके के बाद रिहा कर दिया गया।
कथावाचक बोले, बनाए रखें शांति गिरफ्तारी के बाद जब कथावाचक को रिहा किया गया तो उन्होंने जनता से कहा कि वे शांति बनाए रखें। ये विरोध प्रदर्शन शांतिपूर्ण तरीके से चलेगा। पुलिस ने देवकी नंदन ठाकुर को मथुरा के लिए भेज दिया। गौरतलब है कि शहर में जैसे ही एससी एसटी एक्ट का विरोध करने वाले कथावाचक देवकी नंदन ठाकुर की गिरफ्तारी की खबर मिली, सैकड़ों समर्थक वहां पहुंचने लगे। पुलिस ने माहौल को भांपकर उन्हें निजी मुचलके पर रिहा कर दिया।