‘अनलॉक’ राजस्थान को फिर ‘लॉक’ करने की उठ रही आवाज़, कोरोना हर दिन तोड़ रहा रिकॉर्ड

– Rajasthan में हर दिन पांव पसार रहा Corona, Lockdown में रियायत के बाद बढ़ने लगे आंकड़े, चार जिलों में दोबारा लॉकडाउन लगा चुका है तमिलनाडु, दिल्ली सरकार भी दोबारा लॉकडाउन के मूड में, ऑस्ट्रेलिया जैसे विदेशी देशों में भी फिर से लगाया गया लॉकडाउन
 

जयपुर
राजस्थान में हर दिन रिकॉर्ड स्तर पर बढ़ते जा रहे कोरोना संक्रमण ( Corona Pandemioc In Rajasthan ) के आंकड़ों से एक बार फिर से सख्त लॉकडाउन ( Lock Down ) की मांग उठने लगी है। आमजन से लेकर सोशल मीडिया तक में लोग कोरोना को काबू में करने के लिए सख्त लॉकडाउन की आवाज़ बुलंद कर रहे हैं। दरअसल, पिछले कुछ दिनों से कोरोना संक्रमण का ग्राफ थमने के बजाये लगातार बढ़ता जा रहा है। रविवार के दिन तो ये आंकड़ा 632 कोरोना पॉजिटिव संख्या के साथ एक नया रिकॉर्ड बना गया। ये आंकड़ा प्रदेश में अब तक का सर्वाधिक आंकडा हो गया है।
दरअसल, प्रदेश में पिछले दिनों के आंकड़ों को उठाकर देखें तो तस्वीर पूरी तरह से साफ़ हो जाती है। हर एक दिन यानी 24 घंटे के आंकड़ों पर नज़र दौडाएं तो रविवार को 632 नए पॉजिटिव और 9 मरीजों से पहले शनिवार को 480 कोरोना पॉजिटिव और 7 मरीजों की मौत, शुक्रवार को 390 नए पॉजिटिव और 10 लोगों की मौत, गुरुवार को 350 नए मरीज और 9 मौत दस मौत और बुधवार को 298 नए मरीज और 8 लोगों की मौत के साथ आंकडा लगातार बढ़ता जा रहा है।
राजस्थान में लगातर नए कोरोना मरीजों की संख्या बढऩे के साथ ही राजस्थान नए कोरोना मरीजों के हाई अलर्ट की श्रेणी में आ गया है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी भी इतने मरीजों की एक साथ संख्या बढऩे के कारण सकते में हैं, हालांकि मरीजों की संख्या बढऩे का एक कारण कोरोना की जांच का ज्यादा होना भी बताया जा रहा है। जिन जिलों में अब तक कोरोना के मरीजों की संख्या कम थी वहां अब लगातार संख्या बढ़ रही है। रविवार को सभी जिलों में कोरोना के नए मरीजों की संख्या बढ़ी वहीं प्रतापगढ़ में सबसे ज्यादा नए पॉजिटिव सामने आए।
लॉक डाउन की छूट बनी मुसीबत
केन्द्र और राज्य सरकार की ओर से लॉक डाउन में शर्त के साथ दी गई छूट भारी पड़ती नजर आ रही है। आम लोगों में यही चर्चा है कि जब मरीज कम थे तब लॉक डाउन की सख्ती दिखाई और अब मरीज बढ़ रहे हैं तो सरकार लॉक डाउन में छूट पर छूट दे रही है। प्रदेश में नए कोरोना मरीजों की संख्या बढऩे का एक बड़ा कारण भी लॉक डाउन में छूट को ही माना जा रहा है।
एक बार फिर हो सख्त लॉकडाउन
केन्द्र और राज्य सरकार की ओर से लॉक डाउन में शर्त के साथ दी गई छूट भारी पड़ती नजर आ रही है। आम लोगों में यही चर्चा है कि जब मरीज कम थे तब लॉक डाउन की सख्ती दिखाई और अब मरीज बढ़ रहे हैं तो सरकार लॉक डाउन में छूट पर छूट दे रही है। प्रदेश में नए कोरोना मरीजों की संख्या बढऩे का एक बड़ा कारण भी लॉक डाउन में छूट को ही माना जा रहा है।
न्यू सांगानेर रोड निवासी गृहणी प्राची कहतीं हैं कि सरकार को एक बार फिर से सख्त लॉकडाउन लगा देना चाहिए। वैशाली नगर निवासी शिक्षिका जया का कहना है कि सरकार जल्द कि सख्त कदम नहीं उठाएगी तो संक्रमण और ज़्यादा फैलता जाएगा। वहीं सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी यूज़र्स एक बार फिर सख्ती के साथ लॉकडाउन लागू करने की पैरवी कर रहे हैं। यूज़र कुलदीप मिश्रा कहते हैं कि राजस्थान में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए एक बार फिर से सम्पूर्ण साप्ताहिक लॉकडाउन की आवश्यकता है।
https://twitter.com/hashtag/%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%9C%E0%A4%B8%E0%A5%8D%E0%A4%A5%E0%A4%BE%E0%A4%A8?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw
https://twitter.com/devlchoudhary/status/1280014054392643584?ref_src=twsrc%5Etfw
दिल्ली में भी उठ रही दोबारा लॉकडाउन की मांग
राजस्थान जैसा ही हाल राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली का भी है। मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल तो गृह मंत्री अमित शाह से मुलाक़ात के बाद पिछले दिनों संकेत भी दे चुके हैं कि यदि संक्रमण के आंकड़े लगातार बढ़ते रहे तो नौबत दोबारा लॉकडाउन की आ सकती है।
दरअसल, दिल्ली में जहां पहले 500-600 मरीज औसततन रोजाना बढ़ रहे थे वहीं अब यह आंकड़ा औसत एक हज़ार तक पहुँच गया है। ऐसी आपात स्थिति में एक बार फिर सख्‍त लॉकडाउन लागू किये जाने की चर्चाएँ ज़ोरों पर हैं।
तमिलनाडू से लेकर ऑस्ट्रेलिया तक लगा चुका दोबारा लॉकडाउन
बेकाबू हुए कोरोना संक्रमण को काबू में करने के लिए तमिलनाडू सरकार भी कुछ जिलों में दोबारा लॉकडाउन कर चुकी है। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी ने पिछले दिनों राज्य के चार जिलों में 19 जून से 30 जून तक फिर से लॉकडाउन लगाने का कदम उठाया था। सिर्फ आवश्यक सेवाओं को ही छूट दी गई थी। चेन्नई के अलावा कांचीपुरम, चेंगलपेट्टू और तिरुवल्लूर में दोबारा लॉकडाउन लगा दिया गया था।
संक्रमण के मामले बढ़ते देख ऑस्ट्रेलिया ने भी दूसरे सबसे बड़े शहर मेलबर्न में फिर से लॉकडाउन लगा दिया था। यहां के 3.20 लाख लोगों को घर से न निकलने की सलाह दी गई है। मेलबर्न में लॉकडाउन चार हफ्तों के लिए लगाया गया है।
Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.