Corona virus : कोरोना के कहर से टूटा कच्चा तेल, और सस्ते होंगे पेट्रोल-डीजल
मुंबई। कोरोना वायरस के फिर से गहराते संकट के चलते अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की मांग में भारी गिरावट आई है। कच्चे तेल के दाम में 6.52 फीसदी की गिरावट आई है। वहीं ब्रेंट क्रूड करीब 6 हफ्ते बाद 60 डॉलर प्रति बैरल के करीब आ गया है और बीते 15 दिनों में कच्चे तेल का भाव 15 फीसदी से ज्यादा टूटा गया है। कच्चे तेल के दाम में गिरावट आने से भारत में बीते 24 दिनों के बाद पेट्रोल और डीजल के दाम में कटौती की गई है और जानकार बताते हैं कि दोनों वाहन ईंधनों के दाम में आगे और राहत मिल सकती है।
विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना के फिर से गहराते प्रकोप के चलते अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की खपत पर असर पडऩे की आशंका बनी हुई है, लिहाजा, कीमतों पर आगे भी दबाव बना रह सकता है। हालांकि कच्चे तेल में नरमी रहने से भारतीय उपभोक्ताओं को आने वाले दिनों में पेट्रोल और डीलज के दाम में और राहत मिल सकती है। यूरोप में तीसरी बार कोरोना का प्रकोप गहराने के बाद इसकी रोकथाम के लिए फिर से लॉकडाउन लगाए जाने के कारण बीते सत्र में कच्चे तेल के दाम में भारी गिरावट आई, जिसके बाद ब्रेंट क्रूड का भाव करीब 6 सप्ताह के निचले स्तर पर आ गया है। अंतरराष्ट्रीय वायदा बाजार इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज पर ब्रेंट क्रूड के मई डिलीवरी अनुबंध में 0.10 फीसदी की नरमी रही। आपको बता दें कि 8 मार्च को ब्रेंट क्रूड का भाव 71.38 डॉलर प्रति बैरल तक उछला था, जो कि इस साल का सबसे ऊंचा स्तर है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल में आई नरमी के बाद देश में पेट्रोल और डीजल के दाम में 24 दिनों की स्थिरता के बाद तेल विपणन कंपनियों ने बुधवार और गुरुवार को कटौती की है।