इस दौरान पंडित जी के अलावा गिने चुने लोग ही शामिल हुए। इतना ही नहीं, दूल्हा घोड़ी की जगह मोटरसाइकिल आया और तोरण मारा। दूल्हा महेंद्र और दुल्हन भावना के इस कदम की सभी सराहना कर रहे हैं। बैंड बाजा भी शादी में नहीं था।
महेंद्र ने बताया कि पहले शादी के लिए सुभाष नगर स्थित जेडीए सामुदायिक केंद्र को बुक कराया था, लेकिन कोरोना के केस बढऩे की वजह से घर पर ही सीमित लोगों की मौजूदगी में शादी करने का निर्णय लिया।
यहां 7 दिन पहले कर ली कोर्ट में शादी कोटा के लाडपुरा छोगाकी बावड़ी निवासी भैरूलाल महावर के बेटे कुलदीप की शादी 14 मई आखातीज पर खण्ड गांवड़ी निवासी प्रिया महावर के साथ तय हुई थी, लेकिन 10 मई से लॉकडाउन की घोषणा व शादी समारोह पर पाबंदी लगा दी गई। ऐसे में दोनों परिवारों की रजामंदी से शुक्रवार को कुलदीप व प्रिया अपने माता-पिता व दो गवाहों के साथ अदालत पहुंचे और कोर्ट मैरिज की। कागजी कार्रवाई के बाद दोनों ने कोर्ट परिसर में ही एक-दूसरे को वरमाला पहनाई।