प्रदेश के बंद 5000 स्कूलों में चलेगी सहकार सरकार

प्रदेश में जो सरकारी स्कूल (Government school) बंद हो गए हैं, उनमें आने वाले समय में सहकार सरकार (Cooperative government) चलेगी। यानी जो राजकीय विद्यालय मर्ज (School merge) के बाद बंद हो गए, ऐसे स्कूलों के भवनों (School buildings) में सहकारी संस्थाओं की गतिविधियां संचालित की जाएंगी।

<p>प्रदेश के बंद 5000 स्कूलों में चलेगी सहकार सरकार</p>
कोटा। प्रदेश में जो सरकारी स्कूल (Government school) बंद हो गए हैं, उनमें आने वाले समय में सहकार सरकार (Cooperative government) चलेगी। यानी जो राजकीय विद्यालय मर्ज (School merge) के बाद बंद हो गए, ऐसे स्कूलों के भवनों (School buildings) में सहकारी संस्थाओं की गतिविधियां संचालित की जाएंगी। सहकारिता विभाग ने बंद स्कूलों के भवन सहकारी संस्थाओं के नाम दर्ज करवाने के लिए जिला कलेक्टरों से संपर्क करने को कहा है।
राज्य में करीब पांच हजार स्कूल मर्ज हो चुके हैं। ज्यादातर स्कूलों के इन भवनों का अभी कोई उपयोग नहीं हो रहा है। इसलिए बंद स्कूलों के भवनों को सहकारी संस्थाओं को देने के लिए संबंधित जिला कलेक्टरों के यहां आवेदन लगाए जाएंगे। सहकारिता विभाग के शासन सचिव व रजिस्ट्रार ने इस संबंध में सभी संयुक्त रजिस्ट्रार व उप रजिस्ट्रार को आवश्यक कार्रवाई करने को कहा है। कोटा जिले में दो दर्जन स्कूल मर्ज हुए थे। इन स्कूल भवनों में तब से ताले लगे हुए हैं।
बैंक, ऑफिस व सुपर मार्केट होंगे संचालित
बंद स्कूलों के भवन सहकारिता विभाग को मिलने पर इसमें जिन केंद्रीय सहकारी बैंकों की शाखाएं किराये के भवन में संचालित है, उनको संचालित किया जाएगा। इसके अलावा सहकारी संस्थाओं के कार्यालय खोले जाना प्रस्तावित है। साथ ही, सहकारी संस्थाओं को सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) से जोडऩे को कहा है। जो ग्राम सेवा सहकारी समितियां व क्रय-विक्रय सहकारी समितियां अभी पीडीएस सिस्टम से नहीं जुड़ी हैं, उनको जिला कलक्टर के यहां आवेदन करने को कहा है। बंद स्कूल भवनों में सहकारी संस्थाओं की राशन की दुकानें तथा सुपर मार्केट संचालित किया जाना प्रस्तावित है।
ये होगा फायदा
ज्यादा स्कूल भवन गांव के आसपास ही मुख्य जगहों पर बने हुए हैं। भवन पर्याप्त होने के साथ सभी आधारभूत सुविधाएं हैं। सुपर मार्केट, राशन की दुकानें या बैंक खुलेंगे तो लोगों की पहुंच आसान होगी। साथ ही, लम्बा चौड़ा परिसर मिल जाएगा। इसमें भविष्य के हिसाब से प्लानिंग की जा सकेगी।
संस्थाओं को आवेदन को कहा
मर्ज स्कूलों के भवनों और सहकारी संस्थाओं को पीडीएस से जोडऩे के संबंध में जो निर्देश मिले हैं, उनके अनुसार कार्रवाई शुरू करने को कहा है। सहकारी संस्थाओं को इस संबंध में आवेदन करने को कहा है।
– सतवीरसिंह, संयुक्त निदेशक, सहकारिता विभाग कोटा खंड
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