प्रदेश कार्यकारिणी की घोषणा होने के बाद प्रदेश कांग्रेस का ये पहला बड़ा कार्यक्रम है। प्रदेश कांग्रेस ने इस धरने को किसान अधिकार दिवस का नाम दिया है। धरने के दौरान कांग्रेस नेता केंद्र के कृषि कानूनों की खामियां गिनाएंगे। करीब दो घंटे तक चलने वाले धरने में कई वक्ता मोदी सरकार पर बरसते हुए नजर आएंगे।
राजभवन का होगा घेराव
वहीं राज्य सरकार की ओर से विधानसभा में ला गए तीन कृषि विधेयकों को राजभवन में रोके जाने और उन्हें राष्ट्रपति के पास नहीं भेजने के विरोध में प्रदेश कांग्रेस के नेता सिविल लाइंस फाटक पहुंचकर राजभवन का घेराव भी करेंगे। पूर्व में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत लगातार राजभवन पर मोदी सरकार के दबाव में काम करने का आरोप लगा चुके हैं। पीसीसी चीफ डोटासरा कह चुके हैं कि मोदी सरकार के दबाव में राज्यपाल हमारे कृषि अध्यादेशों को रोके हुए हैं।