सरसों एवं मूंगफली तेल में अब बीटीटी टैस्ट की जरूरत नहीं

फूड सेफ्टी स्टैंडर्ड अथोरिटी ऑफ इंडिया (Food Safety Standards Authority of India) ने हाल ही में सरसों तेल ( mustard oil ) में होने वाले बीटीटी टैस्ट ( BTT test ) को समाप्त कर दिया है। नेशनल ऑयल्स एंड ट्रेड एसोसिएशन ( National Oils and Trade Association ) के सचिव डा. मनोज मुरारका ने बताया कि एसोसिएशन द्वारा केन्द्र सरकार से काफी लंबे समय से मांग की जा रही थी, कि बीटीटी का मापदंड वर्तमान में सरसों से निर्मित तेल के लिए उचित नहीं हैं।

<p>सरसों एवं मूंगफली तेल में अब बीटीटी टैस्ट की जरूरत नहीं</p>
जयपुर। फूड सेफ्टी स्टैंडर्ड अथोरिटी ऑफ इंडिया (एफएसएसएआई) ने हाल ही में सरसों तेल में होने वाले बीटीटी टैस्ट को समाप्त कर दिया है। नेशनल ऑयल्स एंड ट्रेड एसोसिएशन के सचिव डा. मनोज मुरारका ने बताया कि एसोसिएशन द्वारा केन्द्र सरकार से काफी लंबे समय से मांग की जा रही थी, कि बीटीटी का मापदंड वर्तमान में सरसों से निर्मित तेल के लिए उचित नहीं हैं। लिहाजा शुद्ध सरसों तेल बनाने वाले निर्माताओं को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। इसके लिए उन्होंने देश के अनेक स्थानों से सरसों से तेल निकालकर उन नमूनों का अध्ययन करके पाया कि एफएसएसएआई के बीटीटी के मापदंड सही नहीं हैं। मुरारका ने कहा कि इस बाबत राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी भारत सरकार से आग्रह किया था, जिसे केन्द्र सरकार एवं एफएसएसएआई ने तकंसंगत पाते हुए स्वीकार किया कि बीटीटी टैस्ट को सरसों तेल के साथ-साथ मूंगफली, तिल्ली, तारामीरा, बिनौला एवं कुछ और तेलों में समाप्त कर दिया है। इस संबंध में सचिव डा. मुरारका ने भारत सरकार, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एवं एफएसएसएआई के सीईओ अरुण सिंघल का आभार जताया है।
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