परिवार के लोग तंबू लगाने में व्यस्त हो गए। वहीं परिवार के तीन बच्चे खेलते-खेलते तालाब में नहाने के लिए पहुंच गए। तालाब में कई जगह गहरे गड्ढे होने के कारण बच्चे वहां से निकल नहीं पाए। बच्चों की आवाज सुनकर आसपास के ग्रामीण व तम्बू बांध रहे परिवार के लोग वहां पहुंचे और पुलिस को सूचना दी।
मौके पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से तीनों बच्चों को बाहर निकाला व एंबुलेंस की सहायता से महात्मा गांधी अस्पताल पहुंचाया। जहां चिकित्सकों ने वार्ड नंबर-8 बगरू निवासी साईना (8) पुत्री हकीम खां, नब्बो (8) पुत्री अपसर, गुलशन (9) पुत्र सलमान को मृत घोषित कर दिया। पुलिस चौकी गोनेर पर तैनात पुलिसकर्मी सांवलराम ने बताया कि तीनों बच्चों का गुरुवार सुबह पोस्टमार्टम कर शव परिजनों के सुपुर्द किए जाएंगे।
पहले भी हो चुके हादसे
जगन्नाथ सरोवर में डूबने से पहले भी कई बार हादसे हो चुके है। जिसमें कई मौते हो चुकी हैं। इन घटनाओं के बाद प्रशासन ने तालाब की पाल पर रैलिंग लगाने का कार्य शुरू किया था। लेकिन यह कार्य कुछ क्षेत्र तक ही सीमित रह गया।
जगन्नाथ सरोवर में डूबने से पहले भी कई बार हादसे हो चुके है। जिसमें कई मौते हो चुकी हैं। इन घटनाओं के बाद प्रशासन ने तालाब की पाल पर रैलिंग लगाने का कार्य शुरू किया था। लेकिन यह कार्य कुछ क्षेत्र तक ही सीमित रह गया।